वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 430 जोड़ों ने लिए सात फेरे
नगर के राजकीय इंटर कालेज में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 430 जोड़ों ने सात फेरे लिए और अग्नि को साक्षी मानकर नव दांपत्य जीवन में बंधे। वहीं काजी गुलाम मुस्तफा नूरी ने छह जोड़ों को खुतबा व कलमा पढ़ाकर इनसे इजाबों कुबल कराकर निकाह कराया। प्रदेश सरकार की महत्वांकाक्षी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जीआईसी में गुरुवार को गरीब कन्याओं के विवाह कराया गया। जीआईसी परिसर में 3
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : नगर के राजकीय इंटर कालेज में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 430 जोड़ों ने सात फेरे लिए और अग्नि को साक्षी मानकर नव दांपत्य जीवन में बंधे। वहीं काजी गुलाम मुस्तफा नूरी ने छह जोड़ों को खुतबा व कलमा पढ़ाकर इनसे इजाबों कुबूल कराकर निकाह कराया। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गुरुवार को गरीब कन्याओं के विवाह कराया गया। जीआईसी परिसर में 38 वेदियों पर 44 यज्ञाचार्यों अर्थात पुरोहितों ने 430 वर वधुओं की शादी कराई तो दो काजी ने छह जोड़ों का निकाह कराया।
जीआइसी परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत नवदंपत्तियों को उपहार स्वरूप मोबाइल दिया गया। अपर मुख्य अधिकारी विध्याचल सिंह कुशवाहा ने बताया कि इसके साथ ही बक्सा, कुकर, चुल्हा, बर्तन, साड़ी सेट, चुनरी, गमझा, पायल व बिछिया, टार्च, मच्छरदानी व मीठा दिया। इस मौके पर ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा, मझवां विधायक सुचिश्मिता मौर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमिला सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजभूषण सिंह, अपना दल अध्यक्ष रमाकांत पटेल, डीएम सुशील कुमार पटेल, सीडीओ प्रियंका निरंजन, एडीएम यूपी सिंह ने प्रमाण पत्र संग नवदंपत्तियों को आर्शीवाद दिया।
---------- एडीओ ने बरती लापरवाही
विकास खंड राजगढ़ के एडीओ कोआपरेटिव द्वारा सूची तैयार करने में लापरवाही बरती गई। जिसके चलते देवपुरा राजगढ़ के रामजी की पुत्री संगीता का नाम मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह की सूची में शामिल नहीं हो पाया। मामले की जानकारी होने पर परियोजना अधिकारी ऋषिमुनि उपाध्याय ने जिला समाज कल्याण अधिकारी मंजू सोनकर से कहा कि तत्काल पात्र कन्या की शादी कराई जाए, जिसके बाद विधिविधान से संगीता की शादी हो सकी।
----- विवाह की व्यवस्था पर खर्च हो गए 26 लाख रुपये
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 51 हजार रुपया प्रति जोड़े पर खर्च किया गया। जिसमें 35 हजार की धनराशि कन्या के बैंक खाते में, 10 हजार की धनराशि का उपहार स्वरूप सामान दिए गए। इसके अलावा छह हजार अन्य व्यवस्थाओं पर खर्च किया जाएगा। इस तरह अगर 436 जोड़ों की शादी हुई तो 26 लाख रुपये से अधिक रकम वहां की व्यवस्था पर खर्च कर दिया गया। जिला समाज कल्याण अधिकारी मंजू सोनकर ने बताया कि सभी लाभार्थियों के उम्र की जांच आधार सहित अन्य प्रमाण पत्रों से की गई।