लालगंज तहसील में कोरोना का खौफ, नहीं बैठ रहे हैं अफसर
स्थानीय तहसील कार्यालय में कोरोना का खौफ इस कदर है कि अधिकारी अपने चेम्बर में बैठने को तैयार नहीं है। दूरदराज से आने वाले फरियादियों को बैरंग वापस जाना पड़ता है। तहसील के अंदर कार्यालय हो या न्यायालय में पूरी तरह लॉकडाउन का नजारा बयां कर रहा है। तहसील आने वाले अधिवक्ता भी अधिकारियों को दूरी बनाने की स्थिति से कुछ कह पाने में असमर्थ है।
जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : स्थानीय तहसील कार्यालय में कोरोना का खौफ इस कदर है कि अधिकारी अपने चेम्बर में बैठने को तैयार नहीं है। दूरदराज से आने वाले फरियादियों को बैरंग वापस जाना पड़ता है। तहसील के अंदर कार्यालय हो या न्यायालय में पूरी तरह लॉकडाउन का नजारा बयां कर रहा है। तहसील आने वाले अधिवक्ता भी अधिकारियों को दूरी बनाने की स्थिति से कुछ कह पाने में असमर्थ है।
लालगंज तहसील कार्यालय वैसे तो कोरोना संक्रमण से अभी तक पूरी तरह मुक्त है, लेकिन अधिकारियों द्वारा बरती जा रही सावधानी ऐसी है कि पूरे तहसील का माहौल लॉकडाउन जैसी बनी हुई है। अनलॉक प्रथम के बाद कार्यालयों में कुछ काम शुरू भी हुआ था, लेकिन जुलाई के एक सप्ताह बाद से कोरोना को लेकर जनपद में किए जा रहे सावधानी से यहां भी लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आलम यह है की एसडीएम जंगबहादुर यादव अपने आवासीय भवन से ही सरकारी कामकाज निपटा रहे है। तहसीलदार अरुण गिरी चेम्बर में बैठते है लेकिन किसी के हाथ का कागज अपने हाथ से छुने से परहेज कर रहे है। बेखौ़फ चल रहा है चकबंदी न्यायालय
कोरोना को लेकर जहां सभी विभाग के कार्यालयों में सावधानी बरती जा रही है। सभी न्यायलीय कार्य ठप पड़े है वहीं चकबंदी विभाग का कार्यालय व न्यायालय इसमें बेखौ़फ और बेपरवाह दिख रहे है। लालगंज हलिया व रतेह में चकबंदी विभाग का कार्यालय है। जहां पर शासन के शारीरिक दूरी के निर्देश का पालन कतई नहीं किया जा रहा है। न्यायालयों में कोविड-19 के नियम का धज्जियां उड़ाया जा रही है।