रामजन्म की कथा सुन भाव विभोर हुए भक्त
क्षेत्र के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर परिसर में चल रहे पांच दिवसीय संगीतमय कथा के तीसरे दिन बुधवार को उज्जैन मध्यप्रदेश से पधारी भुवनेश्वरी देवी ने भगवान राम के जन्म की कथा सुनाया।
जासं, ड्रमंडगंज (मीरजापुर) : क्षेत्र के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर परिसर में चल रहे पांच दिवसीय संगीतमय कथा के तीसरे दिन बुधवार को उज्जैन मध्यप्रदेश से पधारी भुवनेश्वरी देवी ने भगवान राम के जन्म की कथा सुनाया। भक्त रामकथा सुन भाव विभोर होने के साथ जयश्रीराम के जयकारे लगाएं। उन्होंने कहा भक्तों के प्रेम में आकर भगवान ने अवतार लिया। भक्ति से ही भगवान को पाया जा सकता है। कौशल्या रुपी भक्ति ने ही भगवान को पकड़कर ज्ञान रुपी दशरथ को प्रदान किया। इसलिए भगवान को अगर पाने है तो जीवन में भक्ति आवश्यक है। अगर संसार में मां की सेवा नहीं कर सकते तो परमात्मा की प्राप्ति भी नहीं हो सकती, हमारा धर्म व दान करना सब व्यर्थ है।
कथावाचिका ने कहा कि आज का व्यक्ति ईश्वर की सत्ता को मानने से भले ही इंकार कर दे लेकिन एक न एक दिन उसे ईश्वर की महत्ता को स्वीकार करना ही पड़ेगा। श्रीराम जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ शकुन होने लगे। भगवान राम का जन्म होने पर अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल हो गया। चारों ओर मंगल गान होने लगे। ग्राम प्रधान भानू तिवारी, ज्ञानेश्वर दूबे, जेपी तिवारी, त्रिवेणी मौर्य, भगवान पटेल, विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।