ढोलक की थाप पर अन्नप्रासन में बच्चे के घर पर गूंजेगी सोहर
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अब घर -घर जाकर बच्चों का अन्नप्रासन कराएंगी। एक बार फिर ढोलक की थाप पर बच्चों के घर पर ही अन्नप्रासन में सोहर गाया जाएगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन ने परिस्थितियों को बदल दिया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अब घर -घर जाकर बच्चों का अन्नप्रासन कराएंगी। एक बार फिर ढोलक की थाप पर बच्चों के घर पर ही अन्नप्रासन में सोहर गाया जाएगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन ने परिस्थितियों को बदल दिया है। बच्चों की सुरक्षा के मददेनजर आंगनबाड़ी केंद्रों की बजाए अब घर पर अन्नप्रासन होगा। आगामी 20 जून को होने वाले अन्नप्रासन कार्यक्रम के लि बच्चों को चिहित किया जा रहा है। निर्धारित 5200 के सापेक्ष 1452 बच्चों को अब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने चिहित कर चुकी हैं। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा टीकाकरण, माताओं को बच्चों को दिए जाने वाले उपरी आहार के साथ ही धात्री माताओं को भोजन के बारे में जानकारी दी जाएगी।
समन्वित बाल विकास कार्यक्रम योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों की बजाए घर घर जाकर छह माह से छह वर्ष तक के बच्चों, धात्री व गर्भवती महिलाओं को अन्नपुरक पुष्टाहार की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि गर्भवती व धात्री महिलाओं को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जानकारी दी जाएगी और गोद भराई की रस्म होगी। इस दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को पोषाहार, फल व वस्त्र दिया जाता है। जनपद में 2668 आंगनबाड़ी केंद्रों और 263 उप केंद्र संचालित हो रहे हैं। वर्तमान समय में 0-6 वर्ष तक के तीन लाख 12 हजार बच्चे, 65 हजार गर्भवती व धात्री महिलाएं और लगभग 25 हजार किशोरी हैं।
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कोरोना वायरस के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए घर पर ही अन्नप्रासन की रस्म अदा की जाएगी। इसके लिए बच्चों और परिजनों को चिहित किया जा रहा है। लगभग 5200 बच्चों के घरों में अन्नप्रासन एक साथ कराने का लक्ष्य रखा गया है।
- प्रमोद कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, मीरजापुर।