एंबुलेंस कर्मियों ने जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
जनपद के एंबुलेंस कर्मियों ने कंपनी के अधिकारियों पर उनका शोषण करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। कहा कि दिन रात नौकरी करने के बावजूद कंपनी के लोग उनको समय से वेतन नहीं दे रहे हैं। यहीं नहीं गत दिनों बढ़े मानदेय को नहीं दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद के एंबुलेंस कर्मियों ने कंपनी के अधिकारियों पर उनका शोषण करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। कहा कि दिन रात नौकरी करने के बावजूद कंपनी के लोग उनको समय से वेतन नहीं दे रहे हैं। यहीं नहीं गत दिनों बढ़े मानदेय को नहीं दिया जा रहा है। इससे उनके सामने परिवार चलाने की समस्या खड़ी हो गई है। वेतन नहीं मिलने से वे खुद भी भुखमरी के शिकार होते जा रहे हैं। चालकों ने डीएम को ज्ञापन देकर समय से वेतन व बढ़े मानदेय दिलाने की मांग की।
बताया कि जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग द्वारा 108 व 102 नंबर की एंबुलेंस चलवाया जा रहा है। जिसके वाहन के वे चालक है। दिन रात कार्य करने के बावजूद कंपनी उनको समय से मानदेय नहीं दे रही है। जबकि 23 सितंबर में किए किए हड़ताल के बाद सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके ईएमआरआई के उच्चाधिकारियों के बीच श्रम विभाग की मौजूदगी में लिखित समझौता हुआ था, कि प्रत्येक माह के पांच से दस तारीख के बीच वेतन दे दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। पिछले दो महीने से किसी चालक परिचालक का वेतन नहीं दिया गया है। यहीं नहीं पिछले अप्रैल से उनका मानदेय बढ़ाया गया है उसको भी कंपनी के लोगों द्वारा नहीं दिया जा रहा है। मांग करने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। उन्होंने कहा कि मानदेय नहीं मिलने के विरोध में वे 15 जनवरी तक काली पट्टी बांधकर इसका विरोध करेंगे। बढ़ा हुआ मानदेय नहीं देने पर वे लोग हड़ताल पर चले जाएंगे। कहा कि नई गाड़ियों में ब्लोवर व फॉग लाइट न होने के कारण उनको रात में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत पैदा हो रही है। कोहरे के कारण दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। इसलिए समस्त वाहनों में फॉग लाइट लगवाई जाए। मांग करने वालों में राकेश कुमार, अरूण बिद, प्रदीप कुमार, विद्याराम, अजहर, प्यारेलाल,्र विजय कुमार, अवनीश, महेंद्र, केशराज, मोहन, भगवती, आदि शामिल रहे।