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खेती की लागत कम करने को कृषि विज्ञानियों ने किसानों को दिए सुझाव

काशी हिदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र बरकछा के तत्वावधान में पहाड़ी ब्लाक के जौसरा गांव में विश्व खाद्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 05:50 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 05:50 PM (IST)
खेती की लागत कम करने को कृषि विज्ञानियों ने किसानों को दिए सुझाव
खेती की लागत कम करने को कृषि विज्ञानियों ने किसानों को दिए सुझाव

जागरण संवाददाता, पड़री (मीरजापुर) : काशी हिदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र बरकछा के तत्वावधान में पहाड़ी ब्लाक के जौसरा गांव में विश्व खाद्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में केंद्र अध्यक्ष प्रो. श्रीराम सिंह ने किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के संकल्प में साझीदार भागीदारी करते हुए किसानों के साथ खेती की लागत कम करने के तरीकों पर चर्चा की। फसल सुरक्षा विज्ञानी डा. जयपी राय ने किसानों का गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए आह्वान करते हुए खेती में रसायनों के प्रयोग में कमी करने का सुझाव दिया। जैविक बीज उपचार तथा प्रतिरोधी प्रजातियों द्वारा रोग-कीट प्रबंधन की आवश्यकता पर बल दिया।

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कृषि अभियंत्रण विज्ञानी डा. एसके गोयल ने खेती में घटती श्रम उपलब्धता के दृष्टिगत मशीनीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए छोटे कृषि उपकरणों के प्रयोग का सुझाव दिया। फसल उत्पादन विज्ञानी प्रो. संत प्रसाद ने गुणवत्तापूर्ण फसल उत्पादन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रदान करते हुए सुपोषण के लिए विभिन्न जैव संवर्धित प्रजातियों के बारे में जानकारी दी। मृदा विज्ञानी डा. एसएन सिंह ने मृदा परीक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए विभिन्न पौध-पोषक तत्वों की भूमिका पर जानकारी दी।

इस अवसर पर हरि मौर्य सिंह, धनंजय सिंह, कमल शंकर सिंह, जगदीश सिंह, कमलेश कुमार रहे। इसी प्रकार सिटी ब्लाक के प्राथमिक पाठशाला हरई पर महिला दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र अध्यक्ष प्रो. श्रीराम सिंह ने महिलाओं के कृषि में योगदान को रेखांकित करते हुए उनको नवीनतम कृषि तकनीकी के प्रयोग को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। महिला किसानों को उन्नत तकनीक के प्रति जागरूक बनाने पर बल दिया।

फसल उत्पादन विज्ञानी प्रो. संत प्रसाद ने गेहूं की बारानी खेती के पहलुओं तथा इसके लिए उपयुक्त प्रजातियों की जानकारी दी। वरिष्ठ प्रबंधक डा. जीपी तिवारी ने इफको कृषि उत्पादों की जानकारी प्रदान की। मृदा विज्ञानी डा. एसएन सिंह ने मृदा परीक्षण के उपरांत ही उर्वरक प्रयोग पर बल दिया। कंप्यूटर प्रोग्रामर पंकज कुमार, हरेंद्र कुमार, अमर सिंह, हरिदास पाल रहे।


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