क्वारंटाइन सेंटर बने 88, फिर भी भेज रहे घर
गैर जनपद से आने वाले लोगों को रखने के लिए जिले में
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : गैर जनपद से आने वाले लोगों को रखने के लिए जिले में 88 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। अगर किसी के अदंर कोरोना का लक्षण हैं तो 14 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में रहने के दौरान इसका पता चल सके व समय पर इलाज हो जाए। बावजूद इसके लोगों को वहां नहीं रखा जा रहा और थर्मल स्कैनिग करके उन्हें घर भेज दिया जा रहा है। इससे जिले में कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर लोगों दहशत का माहौल है। लोगों ने बाहर से आने वाले लोगों को घर भेजने की बजाय क्वारंटाइन करने की मांग की है।
गैरजनपद से जिले में अब तक एक लाख से अधिक लोग आ चुके हैं। इसमें से कुछ ही लोगों के आने के बारे में जिला प्रशासन को जानकारी है, लेकिन जो लोग अपने निजी वाहन या पैदल चलकर आए हैं, उनके बारे में प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है। फिर भी अभी तक जिला शांत चल रहा था लेकिन जैसे ही राज्य सरकार ने गैरजनपद में आने वाले प्रवासी मजदूरों को लाने का निर्णय लिया वैसे ही जिले में कोरोना संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ गया। क्योंकि इन लोगों को यहां आने के बाद क्वारंटाइन किए जाने की बजाय थर्मल स्कैनिग कर घर भेज दिया जा रहा। घर में क्वारंटाइन रहने की सलाह दी जा रही हैं। ऐसे में घर रहने वाला व्यक्ति अगर सतर्कता नहीं बरतता और उसके अंदर कोरोना के लक्षण हैं तो वह कई लोगों को अपनी जद में ले लेगा। जैसा कछवां में देखा जा चुका है। कछवां के लोग भी अपने निजी वाहन से घर आए थे। इनकी भी थर्मल स्कैनिग की गई थी। बाद में उनका सैंपल भी लेकर जांच के लिए भेजा गया था। तीन दिन बाद जैसे ही स्वैब की रिपोर्ट आई और महिला संक्रमित पाई गई तो जिला प्रशासन समेत पूरे जिले में हड़कंप मच गया।
इनसेट
यहां बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर
जनपद के नगर, छानबे, कोन ब्लाक, कछवां, विध्याचल, लालगंज, हलिया, मड़िहान, राजगढ़, पड़री, चुनार, अहरौरा, जमालपुर, अदलहाट, नरायनपुर आदि स्थानों पर शामिल है।
रखे जा चुके हैं संदिग्ध मरीज
जनपद के अभी तक ट्रामा सेंटर, लोहंदी के लॉ कॉलेज, पड़री के एक डिग्री कॉलेज, चुनार के एक डिग्री कॉलेज आदि स्थान शामिल है।
वर्तमान में ये है स्थिति
वर्तमान में गैरजनपद से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जा रहा है। उनको क्वारंटाइन सेंटर में ले जाकर उनकी थर्मल स्कैनिग की जा रही है। इसके बाद घर में क्वारंटाइन रहने का निर्देश देकर भेज दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो अभी तक 15 हजार से अधिक लोगों की थर्मल स्कैनिग की जा चुकी है। वहीं पांच सौ से अधिक लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। जिसमें जनपद में चार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इस समय ट्रामा सेंटर में संक्रमित महिला के 17 परिजन समेत 20 लोग मौजूद है।
वर्जन
शासन का निर्देश हैं कि आने वाले लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जाए। उनकी जांच कर घर भेज दिया जाए। क्वारंटाइन में रहने से उनमें आक्रोश बढ़ता हैं। इसलिए परिवार के साथ रहेंगे तो ठीक रहेगा। इसीलिए उनको जांच के बाद घर में क्वारंटाइन किया जा रहा है।
यूपी सिंह अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व