70 मेगावाट के सौर उर्जा प्लांट से किसानों को मिलेगी भरपूर बिजली
मीरजापुर जनपद के लिए 70 मेगावाट के सौर उर्जा प्लांट को मंजूरी मिली है। यूपी नेडा की देखरेख में यह काम पूरा किया जाएगा। इसके लिए जमीन के चयन की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही जमीन मिलने पर प्लांट का काम शुरू किया जाएगा। इसके शुरू होने से जनपद को 24 घंटे बिजली मिलने की योजना को मजबूत आधार मिलेगा और किसानों की बिजली समस्या दूर होगी।
मनोज द्विवेदी, मीरजापुर :
मीरजापुर जनपद के लिए 70 मेगावाट के सौर उर्जा प्लांट को मंजूरी मिली है। यूपी नेडा की देखरेख में यह काम पूरा किया जाएगा। इसके लिए जमीन के चयन की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही जमीन मिलने पर प्लांट का काम शुरू किया जाएगा। इसके शुरू होने से जनपद को 24 घंटे बिजली मिलने की योजना को मजबूत आधार मिलेगा और किसानों की बिजली समस्या दूर होगी।
जनपद के पहाड़ी इलाके में यह सौर उर्जा प्लांट लगाने की योजना है। यूपी नेडा के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के प्लांट निजी डेवलपर्स तैयार करते हैं जिनके साथ विद्युत निगग रिवर्स बि¨डग करती है। योजना के तहत प्लांट बन जाने के बाद विद्युत निगम तय कीमत पर पूरी बिजली खरीद लेता है और अपने टैरिफ के हिसाब से आपूर्ति करता है। शासन की ओर से जनपद को 70 मेगावाट के उत्पादन का लक्ष्य मिला है जिसे पूरा करने के लिए जल्द ही जमीन खोज ली जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि जनपद में कई डेवलपर्स हैं जिनके पास 450 हेक्टेयर जमीन है, जो वे पावर प्लांट के लिए इस्तेमाल करेंगे। यूपी नेडा के अधिकारियों ने बताया कि जनपद में सौर उर्जा प्लांट के लिए भरपूर मौके मौजूद हैं और कई निजी डेवलपर्स ने इसके लिए रुचि दिखाई है। जमीन की समस्या का भी समाधान जल्द कर लिया जाएगा।
मड़िहान का प्लांट होगा जल्द शुरू
मड़िहान क्षेत्र में निजी कंपनी 250 करोड़ की लागत से सौर उर्जा प्लांट लगाने की तैयारी में है। यूपी इंवेस्टर्स समिट के दौरान इस करार पर गुड़गांव की कंपनी ने हस्ताक्षर किए हैं। पहले लालगंज में जमीन देखी गई लेकिन वन विभाग की आपत्ति के बाद मड़िहान में जमीन की तलाश की गई। अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए स्वायल टे¨स्टग का काम शुरू कर दिया गया है और नये वर्ष से प्लांट निर्माण का काम शुरू होगा।
जनपद में प्रदेश का सबसे बड़ा सोलर प्लांट
- छानबे ब्लाक में बना है 75 मेगावाट का प्लांट
- पीएम मोदी व फ्रांस के राष्ट्रपति ने किया था उद्घाटन
- रोजाना 400 वाट बिजली प्लांट से पैदा हो रही
- 388 एकड़ में फैला है प्रदेश का सबसे बड़ा प्लांट
- परियोजना पर 560 रूपये खर्च हुए हैं वर्जन
'जनपद को 70 मेगावाट का लक्ष्य मिला है। इसके लिए हम जमीन की तलाश कर रहे हैं। इसके शुरू होने से जनपद के किसानों को भरपूर बिजली मिलेगी।'
आरएन पांडेय, परियोजना अधिकारी, नेडा।