कलवारी में 668 बीघे भूमि प्रकरण का नहीं हो रहा हल
तहसील क्षेत्र के कलवारी माफी स्थित आश्रम के द्वारा अनाधिकार 66
जागरण संवाददाता, मड़िहान/कलवारी (मीरजापुर) : तहसील क्षेत्र के कलवारी माफी स्थित आश्रम के द्वारा अनाधिकार 668 बीघे जमीन के कब्जे को लेकर ग्रामीण किसी भी प्रकार से अब मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जब फर्जी तरीके से जमीन को हथिया लिया गया है और चारागाह की जमीन पर पशुओं को भी जाने से मना किया जा रहा है तो किस अधिकार से इसे बाबा लोग कब्जे में किए हैं।
इसी बात को लेकर बीते चार जुलाई को आश्रम के बाबा और ग्रामीणों के बीच हाथापाई भी हुई थी। जिसके बाद आश्रम के अनुयायियों ने एक नामजद व तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी मड़िहान थाने में दर्ज कराया है। पुलिस ने इसमें एक व्यक्ति का शांति भंग की धारा में चालान भी कर दिया है लेकिन बात तो यह है कि जिस प्रकार अधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं वहीं मामला अब और गहराता चला जा रहा है। शनिवार को जब प्रशासन की टीम पहुंची तो महिलाएं ,बच्चे, बूढ़े युवक समेत सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी करने लगे कि जब तक इस मामले का हल नहीं निकल जाता तब तक प्रशासनिक अधिकारी यहां से नहीं जाएंगे। जहां एक ओर ग्रामीण बाबा की खेती-बाड़ी का विरोध कर रहे हैं वहीं बाबा अपनी नर्सरी को सूखते हुए बताकर धान की रोपाई करने के लिए बेताब हैं और तहसील के चक्कर लगाने लगे हैं। हालांकि उनकी ऊपर तक पहुंच होने के कारण भी अधिकारी सुस्त पड़ जाते हैं। मड़िहान इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया कि पशु चराने को लेकर विवाद हुआ था। बाबा के द्वारा चार जुलाई को मारपीट का मुकदमा लिखवाया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।