51 जोड़ों ने किया रुद्राभिषेक कोरोना वायरस से बचेगा देश
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते क्षेत्र के खासडीह में स्थित भंडारी देवी के मंदिर पर 51 जोड़ों के साथ रुद्राभिषेक किया गया। सोमवार की दोपहर वाराणसी से आए काशी मठ के महंत व गायत्री परिवार से जुड़े आस्थावनों ने देश में अमन शांति और जन कल्याण के लिए पूजन किया। जगतगुरू शंकराचार्य गोवर्धन मठ निश्चलानंद सरस्वती जी की प्रेरणा से महंत काशी मठ के महंत राजेश चैतन्य द्वारा रुद्राभिषेक की पूजा संपन्न कराई गई।
जागरण संवाददाता, अहरौरा (मीरजापुर) : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते क्षेत्र के खासडीह में स्थित भंडारी देवी के मंदिर पर 51 जोड़ों के साथ रुद्राभिषेक किया गया। सोमवार की दोपहर वाराणसी से आए काशी मठ के महंत व गायत्री परिवार से जुड़े आस्थावनों ने देश में अमन शांति और जन कल्याण के लिए पूजन किया। जगतगुरू शंकराचार्य गोवर्धन मठ निश्चलानंद सरस्वती जी की प्रेरणा से महंत काशी मठ के महंत राजेश चैतन्य द्वारा रुद्राभिषेक की पूजा संपन्न कराई गई।
उन्होंने बताया कि धर्म तथा संस्कृति की रक्षा हेतु जन कल्याण और विश्व में महामारी का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस से मनुष्यों को बचाने के उद्देश्य से रुद्राभिषेक किया गया। उनका कहना है की वेदों में लिखा है कि रुद्राभिषेक के दौरान से होने वाले जाप से लाखों बीमारी का खात्मा होता है। गायत्री परिवार के अनुयाई शुभेंद्र जायसवाल ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए भंडारी देवी के मंदिर में इक्यावन जोड़ा के साथ रुद्राभिषेक किया गया। लोगों की आस्था है कि मंत्रोच्चार के साथ की गई पूजा अर्चना और महामृत्यंज्य मंत्र से हजारों बीमारियों का नाश होता है। रुद्राभिषेक के दौरान पद्माकर दुबे, सिद्धार्थ कुमार, प्रेम मौर्या, राम कुमार गुप्ता, रमेश पांडेय, विजय केसरी, राज कुमार सिंह अशोक अग्रहरि आदि थे।