आए 412 फरियादी, मौके पर मात्र 17 का निस्तारण
संपूर्ण समाधान दिवस पर जनता बड़ी आशा के साथ तहसीलों में पहुंच रही है। बावजूद इसके सरकार की मंशानुरुप जनता को उचित और ससमय न्याय नहीं मिल पा रहा है। अधिकारियों के नहीं पहुंचने से जनता को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है। संपूर्ण समाधान दिवस पर मंगलवार को 412 मामले आए जिसमें से महज 17 मामलों का ही मौके पर निस्तारण हो सहा। शेष के निस्तारण के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया लेकिन न्याय कब तक मिलेगा यह पता नहीं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर: संपूर्ण समाधान दिवस पर जनता बड़ी आशा के साथ तहसीलों में पहुंच रही है। बावजूद इसके सरकार की मंशानुरूप जनता को उचित और ससमय न्याय नहीं मिल पा रहा है। अधिकारियों के नहीं पहुंचने से जनता को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। संपूर्ण समाधान दिवस पर मंगलवार को 412 मामले आए जिसमें से महज 17 मामलों का ही मौके पर निस्तारण हो सहा। शेष के निस्तारण हेतु अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया।
चुनार तहसील सभागार में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस पर 73 मामले आए जिसमें से 4 का मौके पर निस्तारण किया गया। महीने का पहला मंगलवार होने के कारण चुनार तहसील में जिलाधिकारी के आने की आस में आए फरियादियों को मायूस होना पड़ा।एडीएम वित्त राजस्व उदय प्रताप सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मामलों का प्राथमिकता पर निस्तारण करें। इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश सिंह, तहसीलदार ओमप्रकाश पांडेय आदि मौजूद रहे। सदर तहसील में एसडीएम सदर गौरव श्रीवास्तव ने जनता की समस्याओं को सुना। संपूर्ण समाधान दिवस पर 212 मामले आए जिसमें से मौके पर पांच मामलों का निस्तारण किया गया। तहसील दिवस पर आमघाट देवरी की शिव देवी, लीला देवी ने कुछ लोगों द्वारा आवास निर्माण को रोके जाने की शिकायत की। एसडीएम ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाए। मड़िहान तहसील में एसडीएम सुरेंद्र बहादुर सिंह ने जनता की समस्याओं को सुना। इस दौरान 53 मामले आए जिसमें छह मामलों का मौके पर निस्तारण किया। लालगंज तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस उपजिलाधिकारी आशुतोष दूबे की अध्यक्षता में तहसील सभागार में जनता की समस्याओं को सुना। इस दौरान फरियादियों द्वारा 74 प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे। जिसमें से दो प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया। समाधान दिवस में ज्यादातर मामले हैंडपंप, रीबोर, बिजली व भूमि से संबंधित रहे। सहिरा के सुरेश कुमार, पुराकाशीनाथ के भाई लाल धरकार ने ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग किया। नदौली के राजपति ने गांव के पशु आश्रम में विद्युतीकरण कराने की मांग किया।