सवा लाख गर्भ निरोधक यूजर्स से अब बनेगी बात
जनपद में प्रति महिला औसतन चार बच्चे को जन्म दे रही हैं। कन्या भ्रूण हत्या और तमाम पारंपरिक रुढि़यों की वजह से इनमें लड़कियों की संख्या 30 फीसद कम होती है। इस वजह से जनपद का लिगानुपात भी गड़बड़ हो रहा है। इसकी रोकथाम के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की ओर से जन जागरुकता अभियान चलाकर गर्भ निरोधक प्रयोग करने वालों की संख्या बढ़ाई जाएंगी।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में प्रति महिला औसतन चार बच्चे को जन्म दे रही हैं। कन्या भ्रूण हत्या और तमाम पारंपरिक रुढि़यों की वजह से इनमें लड़कियों की संख्या 30 फीसद कम होती है। इस वजह से जनपद का लिगानुपात भी गड़बड़ हो रहा है। इसकी रोकथाम के लिए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की ओर से जन जागरुकता अभियान चलाकर गर्भ निरोधक प्रयोग करने वालों की संख्या बढ़ाई जाएंगी। जनपद में करीब सवा लाख गर्भ निरोधक यूजर्स को जोड़कर जनसंख्या वृद्धि पर ब्रेक लगाया जाएगा। इससे लिगानुपात को संतुलित करने में मदद करेगी।
आंकड़ों के अनुसार पूरी दुनिया में जनसंख्या नियंत्रण का 40 फीसद लक्ष्य भारत को मिला है। इसमें से अकेले 26 फीसद का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को मिला है। मंडल व जनपद स्तर पर इसका विभाजन किया जाए तो जनपद को सात से आठ फीसद का लक्ष्य मिला है। इसके अनुसार पूरे प्रदेश में इस समय एक करोड़ 25 लाख लोग ऐसे हैं जो गर्भ निरोधक का प्रयोग करते हैं जबकि इस संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। प्रदेश में जहां एक करोड़ 22 लाख नये गर्भ निरोधक उपयोगकर्ता बनाने हैं, वहीं जनपद स्तर पर सवा लाख से ज्यादा लोगों को इस मुहिम से जोड़ना है। परिवार कल्याण कार्यक्रम के मंडलीय प्रबंधक बृजेश मिश्रा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के बाद ही हम सुविधाओं का बेहतर उपभोग और उपयोग कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि अभियान से लोगों को जोड़ा जाएगा और स्थायी रूप से इसका प्रयोग करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि जनसंख्या नियंत्रण का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
आयुष्मान बन रहा गरीबों का रक्षक
आयुष्मान भारत कार्यक्रम के जिला समन्वयक डा. संजीव पाठक ने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लाखों पात्र गरीबों को आयुष्मान भारत के तहत बेहतर इलाज मिल रहा है। इसके लिए करीब डेढ़ दर्जन सरकारी व निजी अस्तपालों को इंपैनल किया गया है। टीबी रोग नियंत्रण की रणनीति पर डा. एलएस मिश्रा ने कहा कि सभी क्षेत्रों की समन्वित रणनीति के आधार पर हम हर लक्ष्य पा सकते हैं। कार्यक्रम को डा. निलेश श्रीवास्तव, अनिल मिश्रा, पीके पांडेय आदि ने भी संबोधित किया। जनसंख्या के बढ़ते आंकड़े
कुल जनसंख्या : करीब 25 लाख
जनसंख्या वृद्धि : 12 फीसद
नियंत्रण का लक्ष्य : 14 फीसद
अपूरित मांग : 30.7 फीसद
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फर्टिलिटी रेट
जनपद रेट : 2.6 फीसद
राष्ट्रीय रेट : 2.1 फीसद
प्रसव औसत : 4 बच्चे प्रति महिला
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'जनसंख्या नियंत्रण के लिए गर्भ निरोधक यूजर्स की संख्या बढ़ानी है। युवाओं को इससे जोड़ना है और इसके फायदे-नुकसान की जानकारी देनी है। टीम इस लक्ष्य को हासिल करेगी।'
- डा. ओपी तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी
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