302 के मतों को मात दे गई योग्यता
विकास खंड के कोटेदार के चयन में 302 आखिर अपना असर दिखा ही दिया। कोटे की दुकान के चयन पर महीनों से चली गहमागहमी में किसी प्रकार खुली बैठक में चयन भी हुआ तो कोटेदार की शिक्षा ही मानक से कम निकली।
जासं, पटेहरा (मीरजापुर) : विकास खंड में कोटेदार के चयन में 302 मतों की जीत के अंक ने आखिरकार अपना असर दिखा ही दिया। कोटे की दुकान के चयन पर महीनों चली गहमागहमी में किसी प्रकार खुली बैठक में चयन हुआ तो कोटेदार की शिक्षा ही मानक से कम निकली। इस तरह से शैक्षिक योग्यता मात दे गई। मंगलवार को कोटेदार पक्ष के लोग रामपुर अंतरी का नया प्रस्ताव लेकर जब ऊपर के अधिकारियों पर जल्दबाजी दिखाये तो प्रस्ताव की परख में प्रस्तावित कोटेदार की शिक्षा हाईस्कूल से कम निकली। सूत्र बताते हैं कि प्रस्तावित कोटेदार शिव प्रसाद की शिक्षा कक्षा 8 पास की है। इस तरह 302 समर्थकों के विश्वास पर 302 का असर छा गया। उक्त अनुबंध से सम्बंधित जानकारों द्वारा नियम की जानकारी होते चयन की सारी खुशियां गम में बदल गई। परिवारीजन व समर्थकों में हाय तौबा मच गया गलती किसी की भी हो कितु शिव प्रसाद व उनके समर्थकों का नियम ने 302 का असर दिखा ही डाला। इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मुझे शिक्षा के अनुबंध की जानकारी नहीं थी और न ही संबंधित विभाग ने निर्देशिका जारी की थी केवल मेरे उच्चाधिकारी का आदेश निष्पक्ष चयन का था सो किया गया। वही सप्लाई इंस्पेक्टर विनोद तिवारी मड़िहान उक्त प्रस्ताव से अनभिज्ञ है उनके पटल तक प्रस्ताव रामपुर अंतरी का नहीं गया है। शिक्षा के सवाल पर कोटेदार को कम से कम हाईस्कूल शिक्षा की अनिवार्यता की गई है।