एक किलो चावल में 35 आशा कार्यकर्ताओं को परोसा भोजन
अभी तक जिला मिड डे मील की अनियमितता को लेकर ही सुर्खियों में रहा लेकिन शुक्रवार को लापरवाही का एक और मामला उजागर हुआ। मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकर्ताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कैंप चल रहा है इसके पहले दिन मात्र एक किलो चावल पकाकर आशाओं में परोसा जाने लगा जिसे देख महिलाओं ने विरोध किया और काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
जागरण संवाददाता, मड़िहान (मीरजापुर) : अभी तक जिला मिड डे मील की अनियमितता को लेकर ही सुर्खियों में रहा लेकिन शुक्रवार को लापरवाही का एक और मामला उजागर हुआ। मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकर्ताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कैंप चल रहा है, इसके पहले दिन मात्र एक किलो चावल पकाकर आशाओं में परोसा जाने लगा, जिसे देख महिलाओं ने विरोध किया और काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
विरोध कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि सुबह का नाश्ता को कौन कहे, पहले दिन से भोजन ही घटिया तरीके से दिया गया। एक ओर सरकार पालीथिन पर रोक लगा रही है वहीं आशाओं को दिया जाने वाला भोजन पालीथिन में भरकर दिया जा रहा है। हद तो तब हो गई जब शुक्रवार को मात्र एक किलो चावल और आधी किलो दाल में प्रशिक्षण ले रही 35 आशाओं को परोसा जाने लगा। खाने की कमी देख प्रशिक्षुओं ने भोजन और ट्रेनिग दोनों का बहिष्कार कर दिया। काफी देर तक वहां हो-हल्ला चलता रहा और अधिकारियों के मान-मनौव्वल के बाद कुछ आशाओं ने भोजन किया। वहीं प्रशिक्षण कार्य से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कई आशा कार्यकर्ताओं के साथ उनके पति व बच्चे भी पहुंचे थे जिसकी वजह से भोजन की कमी हो गई। चिकित्साधिकारी मड़िहान कौशल कुमार मौर्य ने बताया कि आशाओं द्वारा ट्रेनिग बहिष्कार और भोजन छोड़ने की जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी को दे दी गई। उनका निर्देश मिलने पर ही कार्यवाई की जाएगी। विरोध करने वालों में कांती देवी, बबिता मौर्य, बिदु देवी, रेखा देवी मधुबाला देवी, किरन देवी, शिखा सिंह, शैलकुमारी, रितु, चंदा देवी, हिरावती, अंतिमा आदि उपस्थित रहीं।
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मामले की जानकारी मिली है, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी से मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उन पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। - डा. ओपी तिवारी, सीएमओ, मीरजापुर