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148 बीघे अवैध कब्जे की अब होने लगी जांच

मड़िहान तहसील क्षेत्र में जमीनों के बंदरबांट और हेराफेरी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है अब नया मामला बभनी थपनवा गांव का प्रकाश में आया है। जहां पर 14

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 08:48 PM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 08:48 PM (IST)
148 बीघे अवैध कब्जे
की अब होने लगी जांच
148 बीघे अवैध कब्जे की अब होने लगी जांच

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मड़िहान तहसील क्षेत्र में जमीनों के बंदरबांट और हेराफेरी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है, अब नया मामला बभनी थपनवा गांव का प्रकाश में आया है। जहां पर 148 बीघे जमीन पर दूसरे गांव के लोगों ने अपने नाम करवा लिया जबकि इसी जमीन पर वर्षों पूर्व तहसील प्रशासन के द्वारा गांव के 109 लोगों को पट्टा कर दिया गया था।

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जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो इसकी शिकायत दो वर्ष पूर्व पूर्वाधिकारियों से भी की गई थी लेकिन जिलाधिकारी न्यायालय व बोर्ड ऑफ रेवेन्यू में लंबित होने के बाद ग्रामीणों को जब न्याय मिलता नहीं दिखाई दिया तो प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन का दरवाजा खटखटाया जो जिन माफियाओं द्वारा कूट रचना कर जमीन को अपने नाम कराया गया उनके द्वारा अब गरीबों को उजाड़ने का काम किया जा रहा है। जिसके संबंध में नामित जांच अधिकारी एसडीएम विमल कुमार दुबे द्वारा शुक्रवार को गांव में पहुंचकर पट्टा धारकों से बारी-बारी से बयान दर्ज कर जांच शुरू की गई। हालांकि ग्रामीण बताते हैं कि अनीता पुत्री मोतीलाल और निर्मला पुत्री राम लखन, शिवनरेश व रामनरेश पुत्र लालमनी अभिलेखों में किस प्रकार से आए यह किसी को पता नहीं है। जबकि इसी मामले में धोखाधड़ी व कूट रचना कर अभिलेख तैयार करने के मामले में कोर्ट ने इन सभी पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश भी दिया था। जांच के दौरान एसडीएम के अलावा क्षेत्रीय लेखपाल सतीश चंद्र पांडेय, रामआसरे आदि उपस्थित रहे।


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