मुद्रा लोन योजना से 11587 युवाओं ने अपनाया रोजगार
जनपद के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने व खुद का काम शुरू करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत ऋण वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना का लाभ उठाकर जिले के 11 हजार 5
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने व खुद का काम शुरू करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत ऋण वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना का लाभ उठाकर जिले के 11 हजार 587 युवाओं ने अपना बिजनेस शुरू किया है। यह योजना ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित हुई जो पूंजी के अभाव में अपने व्यापार में वृद्धि नहीं कर पा रहे थे।
केंद्र सरकार द्वारा छोटा उद्यम शुरू करने, खुद की दुकान को अपग्रेड करने और स्वरोजगार के तहत विभिन्न काम करने वालों के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना शुरू की। 2015 से चालू इस योजना को जनपद में बेहतर रिस्पांस मिला। एलडीएम आलोक सिन्हा ने बताया कि इस योजना के तहत ऐसे लोगों की मदद करने की कोशिश की जा रही है, जो अपना लघु उद्यम शुरू करने के लिए लोन लेना चाहते हैं। इसके जरिए यहां स्वरोजगार के लिए आसानी से लोन दिया जा रहा है। वहीं छोटे उद्यमों के जरिए रोजगार का सृजन हो रहा है। मुद्रा योजना के तहत लोगों को आसानी से लोन मिल सकता है, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में स्वरोजगार के मौके बन रहे हैं। इस योजना का मकसद खासकर महिलाओं को स्वलंबी बनाना है। अभी तक जनपद में 11 हजार से ज्यादा युवा व महिलाएं इस योजना का लाभ ले चुके हैं और लगातार मुद्रा लोन के आवेदन मिल रहे हैं। बिना गारंटी वाला लोन
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लोन बिना गारंटी के मिलता है। इस योजना के जरिए खुद का कारोबार शुरू करने वाले लोगों की सरकार मदद करती है और इस योजना के जरिए उन्हें आर्थिक सहायता दी जाती हैं। लोन लेने वालों को एक मुद्रा कार्ड भी मिलता है, जिसकी मदद से कारोबारी खर्च किया जा सकता है। इसके तहत 10 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है। सबसे अहम बात ये कि ये लोन सिर्फ और सिर्फ कारोबार के लिए दिया जाता है। बैंकों की मनमानी पर रोक नहीं
मुद्रा लोन के लिए बैंकों की मनमानी भी सामने आई है जिस पर ध्यान नहीं दिया जाता। इस योजना के तहत लोन लेने वाले राकेश कुमार ने बताया कि पहले तो तीन महीने तक बैंक वालों ने दौड़ाया लेकिन जब उन्हें कमीशन का लालच दिया गया तो तुरंत ही लोन पास हो गया। राकेश ने बताया कि जिले के अधिकारियों से शिकायत करने पर उन्हें कमीशन नहीं देना पड़ा। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्हें इस योजना का लाभ लेने के लिए कमीशन देना पड़ा। मुद्रा लोन के आंकड़े
योजना लाभार्थी स्वीकृत लोन
शिशु 9363 2114.90 लाख
किशोर 1733 3823.12 लाख
तरुण 0491 3006.25 लाख