108 कामगारों की जांच के बाद घरों को किया रवाना
देश के विभिन्न प्रदेशों से अपने घरों को वापस आने वालों पर पुलिस व प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है। शनिवार की सुबह गुजरात मध्य प्रदेश समेत विभिन्न प्रांतों से तीन खेपों में जनपद में आए 10
जासं, चुनार (मीरजापुर) : देश के विभिन्न प्रदेशों से अपने घरों को वापस आने वालों पर पुलिस व प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है। शनिवार की सुबह गुजरात, मध्य प्रदेश समेत विभिन्न प्रांतों से तीन खेपों में जनपद में आए 108 लोगों को चुनार डिग्री कालेज स्थित शेल्टर होम में पहुंचाया गया। जहां सभी की थर्मल स्क्रीनिग समेत स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके बाद सभी को उनके घरों के लिए रवाना कर दिया गया। इसके पूर्व शुक्रवार की शाम एसडीएम चुनार जंगबहादुर यादव ने सीओ सुशील कुमार यादव व तहसीलदार नुपुर सिंह के साथ चुनार डिग्री कालेज में बनाए गए शेल्टर होम की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। एसडीएम ने मातहतों को ताकीद की कि सभी प्रवासियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। वहीं प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. संतोष कुमार वर्मा की देखरेख में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने सभी के स्वास्थ की जांच की।
- शेल्टर होम में है साढ़े आठ माह की गर्भवती
मीरजापुर जनपद के चील्ह बस स्टैंड निवासी अनिल की पत्नी प्रिया साढ़े आठ माह की गर्भवती है। अनिल मध्य प्रदेश के सिहोर जिले में फलों के जूस की दुकान चलाते थे। झांसी के रास्ते ये सभी इलाहाबाद होते हुए शुक्रवार की शाम को मीरजापुर पहुंचे, जहां से इन दोनों को चुनार भेजा गया। प्रिया ने अपने सफर के कड़वे अनुभव को साझा करते हुए बताया कि इलाहाबाद पहुंचने पर उसे भोजन दिया गया। प्रिया का कहना था कि वह घर में क्वारंटाइन में रहेगी और सरकार के सभी निर्देशों का पालन करेगी। इस संबंध में सीएमओ डा. ओपी तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में है। जिलाधिकारी ने बताया कि गर्भवती महिला की जांच कराने के बाद उसे होम क्वारंटाइन के लिए भेजे जाने पर विचार किया जा रहा है।
-साहब 7 मई को मेरी शादी है, अब कैसे होगी
मध्य प्रदेश के मंडीदीप में माइको कंपनी में बूम लिफ्ट आपरेटर का काम करने वाले पथरहा विकास खंड पहाडी निवासी सुरेंद्र पाल पुत्र रामदीन का विवाह चार दिन बाद सात मई को है। लॉकडाउन हुआ तो धूमधाम से शादी करने के सपनों पर पानी फिर गया लेकिन जब झांसी से मीरजापुर वापसी के लिए रोडवेज की बस पर बैठे तो लगा कि कम से कम विवाह तो समय से हो जाएगा लेकिन मीरजापुर आने के बाद उसे चुनार स्थित शेल्टर होम लाकर रख दिया गया। बताया कि अहरौरा क्षेत्र के पैगंबरपुर गांव में विवाह तय हुआ है। सुरेंद्र ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसके विवाह को देखते हुए उसे घर जाने दिया जाए। देखना है कि आने वाली सात मई को सुरेंद्र के सिर पर सेहरा सजेगा या नहीं।