Young Achievers: बास्केटबाल की राष्ट्रीय टीम है मेरठ के मयंक का लक्ष्य,जानें-इस उभरती प्रतिभा के बारे में
Young Achievers बास्केटबाल खिलाड़ी मयंक पाल भी भारतीय टीम का हिस्सा बनने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। डीएवी पब्लिक स्कूल में कक्षा 12वीं के छात्र मयंक इस साल बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते हुए अगले साल की प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयारी कर रहे हैं।
मेरठ, [अमित तिवारी] । Young Achievers बास्केटबाल के खेल में मेरठ के खिलाड़ी लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में उभरते हुए बास्केटबाल खिलाड़ी मयंक पाल भी भारतीय टीम का हिस्सा बनने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। डीएवी पब्लिक स्कूल में कक्षा 12वीं के छात्र मयंक इस साल बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते हुए अगले साल की प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयारी कर रहे हैं। टीम इवेंट्स की प्रतियोगिताओं के लिए अभी अनुमति नहीं मिलने के कारण लाकडाउन से लेकर अब तक कोई प्रतियोगिता नहीं हो सकी है। मेरठ जिले में जेवरी गांव के रहने वाले मयंक बास्केटबाल की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और उन्हें राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाना है।
दोस्त को देख के हुए आकर्षित
मयंक के अनुसार वह बास्केटबाल के पहले क्रिकेट खेला करते थे। उन्होंने अपने दोस्त दिव्यांश पंवार को बास्केटबाल खेलते देखा तो इस खेल के प्रति आकर्षित हुए। कोच सुंदर सिंह का मार्गदर्शन मिला और स्कूल की ओर से प्रोत्साहन मिला तो मयंक पाल ने बास्केटबाल खेलना शुरू किया और जल्द ही पकड़ बना ली। मयंक ने कक्षा नौवीं में पढ़ाई के दौरान बास्केटबाल का प्रशिक्षण में रफ्तार पकड़ लिया था। सबसे पहले डिस्ट्रिक्ट स्कूल बास्केटबाल लीग में हिस्सा लिया। टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन के साथ उनका मनोबल भी बढ़ता गया।
प्रतियोगिताओं में मिली जीत, बढ़ा हौसला
मयंक पाल ने साल 2015 में सब-जूनियर बास्केटबाल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। जिले की टीम में खेलते हुए मयंक ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बुलंदशहर में हुई प्रतियोगिता में टीम दूसरे स्थान पर रही थी। साल 2016 में आगरा में हुई सब-जूनियर बास्केटबाल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। उसी साल प्रदेश की अंडर-16 आयु वर्ग की बास्केटबाल टीम में स्थान बनाया। प्रदेश की टीम का हिस्सा बनकर तेलंगाना के हैदराबाद में आयोजित 43वें सब-जूनियर नेशनल बास्केटबाल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गए। इस प्रतियोगिता में प्रदेश की टीम चौथे स्थान पर रही थी।
हर प्रतियोगिता के साथ बढ़ते गए आगे
राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रदेश स्तरीय टीम का हिस्सा बनने के बाद मयंक पाल का हौसला व आत्मविश्वास दोनों ही बढ़ गया। उन्होंने अपने खेल में लगातार निखार लाने का प्रयास किया। खेल में अधिक समय देने के लिए अक्सर स्कूल में समय बिताते और ट्रेनिंग करते रहते। हैदराबाद नेशनल के बाद साल 2016 में ही मयंक पाल ने दिल्ली में 13 से 15 मई तक आयोजित तृतीय नेशनल यूथ रूरल गेम्स-2016 में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में उनकी टीम ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। साल 2018 में उत्तर प्रदेश बास्केटबाल एसोसिएशन की ओर से आयोजित 19वें उत्तर प्रदेश स्टेट यूथ बास्केटबाल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता 22 से 26 जून तक हुई थी। इसके बाद ब्राउनवुड पब्लिक स्कूल में हुई सीबीएसई क्लस्टर में अंडर-17 आयु वर्ग में टीम का हिस्सा बने और स्कूल की टीम इस टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर रही।
लेब्रोन जेम्स है मयंक के आइकन
बास्केटबाल में मयंक पाल के आइकन वल्र्ड में बास्केटबाल के बेस्ट खिलाड़ी लेब्रोन जेम्स है। वह उनकी ही तरह बास्केटबाल में अपने प्रदर्शन को निखारना चाहते हैं और उनकी तरह की खेल को समर्पित होना चाहते हैं। वहीं भारतीय बास्केटबाल खिलाड़ियों में मयंक के पसंदीदा बास्केटबाल खिलाड़ी राजीव राय हैं। इस साल मयंक को 12वीं की बोर्ड परीक्षा भी देनी है इसलिए उनका ध्यान पढ़ाई पर भी बराबर है। मयंक के पिता नरेश पाल किसान हैं और माता संतोष देवी गृहणी हैं। वह छह भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं और घर से खेलकूद में आगे बढ़ने वाले अकेले शख्स हैं।