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Young Achievers: पुलिस की वर्दी पहन कुश्ती के दांव खेल रहीं मेरठ की कविता गोस्वामी

Young Achievers Meerut मेरठ की पहलवान कविता गोस्वामी ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की कुश्ती प्रतियोगिताओं में मेरठ का नाम रोशन किया। चोटिल हुईं तो एक बार हिम्मत जवाब देने लगी लेकिन उन्होंने परिवार के सहयोग से हिम्मत बांधी और फिर कुश्ती के दांव खेलने उतर पड़ीं।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 10:11 AM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 10:11 AM (IST)
Young Achievers: पुलिस की वर्दी पहन कुश्ती के दांव खेल रहीं मेरठ की कविता गोस्वामी
मेरठ शहर की पहलवान कविता गोस्‍वामी ।

मेरठ, [अमित तिवारी]। खेल का मैदान हो या फिर जीवन के उतार-चढ़ाव, एक खिलाड़ी हर बार हिम्मत जुटाकर उठ खड़े होने और आगे बढ़ना ही सीखते हैं। और कुश्ती जैसे खेल में तो बार-बार पटखनी लगने के बाद दोबारा उठकर मुकाबला करने की ही सीख मिलती है। ऐसी ही मेरठ की एक पहलवान कविता गोस्वामी हैं जिन्होंने प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की कुश्ती प्रतियोगिताओं में मेरठ का नाम रोशन किया। चोटिल हुईं तो एक बार हिम्मत जवाब देने लगी लेकिन उन्होंने परिवार के सहयोग से हिम्मत बांधी और फिर कुश्ती के दांव खेलने उतर पड़ीं। वर्तमान में उत्तर पुलिस में कार्यरत कविता पुलिस की ओर से कुश्ती खेलती हैं और अगली प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रही हैं।

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चोट के बाद लेना पड़ा लंबा ब्रेक

मेरठ में गढ़ रोड भोपाल विहार की रहने वाली कविता ने साल 2004 में कुश्ती खेलना शुरू किया था। सीखने की लगन और खेलने की प्रतिभाग ने उन्हें आगे बढ़ाया। प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने के बाद राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जूनियर नेशनल से ही स्वर्ण पदक जीतने का सिलसिला शुरू कर दिया था। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते। साल 2012 तक खेलने के बाद कविता कुश्ती के दौरान चोटिल हो गई थी जिससे उन्हें कुश्ती को ब्रेक देना पड़ा। उसी दौरान उनका चयन उत्तर प्रदेश पुलिस में हो गया और परिवार वालों ने शादी भी करा दी। शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के बाद कविता ने करीब तीन साल पहले पुलिस का हिस्सा बनीं और उसके कुछ समय बाद फिर खेलना शुरू कर दिया।

स्वर्ण पदक से हुई शुरुआत

कविता गोस्वामी ने साल दिसंबर 2004 में गाजियाबाद में हुई सब-जूनियर यूपी रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के साथ अपने सफर की शुरुआत की। इसके बाद सब-जूनियर मई 2004 में स्वर्ण पदक, सब-जूनियर दिसंबर 2005 में रजत पदक जीता। मार्च 2006 में लखनऊ में हुई यूपी ओलंपिक गेम्स में रजत पदक जीता। सितंबर 2007 मेरठ में हुई सब-जूनियर स्टेट में एक बार फिर स्वर्ण पदक झटक लिया। फरवरी 2008 यूपी स्टेट गेम्स में कांस्य पदक और अक्टूबर 2008 मुगलसराई में हुई सीनियर स्टेट में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले जनवरी 2008 में जूनियर यूपी स्टेट प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था। सितंबर 2009 में इंटर कालेजिएट रेसलिंग चैंपियनशिप में नोएडा में रजत पदक जीता।

नेशनल में भी शानदार रहा प्रदर्शन

कविता ने दिसंबर 2004 की सब-जूनियर नेशनल दिल्ली में रजत पदक के साथ शुरुआत की थी। नवंबर 2005 के सब-जूनियर नेशनल में स्वर्ण पदक जीता था। जनवरी 2007 के नेशनल स्कूल गेम्स में कांस्य पदक जीता था। मई 2007 आनंदपुर साहिब में हुई जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में रजत पदक जीता। अप्रैल 2008 में जालंधर में हुई सब-जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। मई 2008 में पुरी में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। जून 2009 गोंडा के नेशनल में स्वर्ण पदक जीता था। 2010 रोहतक में जुनियर नेशनल में स्वर्ण्र पदक जीता- साल 2012 दिसंबर में अमरावती यूनिवर्सिटी में आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में कांस्य पदक जीता था।

विदेश में भी जीता पदक

कविता गोस्वामी ने विदेशी धरती पर पहला पदक साल 2006 में जीता था। थाइलैंड में हुई सब-जूनियर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। यह प्रतियोगिता नौ से 13 अगस्त तक हुई थी। इसके बाद जुलाई 2009 में फिलिपिंस में जूनियर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। उसी साल जालंधर में हुई शहीद भगत सिंह मेमोरियल रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था।


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