रैपिड रेल के लिए योगी सरकार ने भी बरसाया धन
योगी सरकार ने सोमवार को बजट में रैपिड रेल के लिए फिर से पिटारा खोला है।
मेरठ, जेएनएन। योगी सरकार ने सोमवार को बजट में रैपिड रेल के लिए फिर से पिटारा खोला है। प्रदेश के वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड रेल कारिडोर के लिए 1326 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। गौरतलब है कि योगी सरकार ने 2020 के बजट में 900 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। इसी तरह से केंद्र सरकार भी इस परियोजना के लिए हर बजट में प्रविधान कर रही है। इसी महीने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में 4472 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। वहीं, केंद्र सरकार ने ही वर्ष 2020 के बजट में 2487 करोड़ रुपये आवंटित किए थे।
82 किमी लंबी इस परियोजना के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार भी भागीदारी कर रही हैं। जबकि एशियन डेवलपमेंट बैंक से भी ऋण लिया जा रहा है। देश की पहली रीजनल रेल परियोजना को लेकर मोदी व योगी सरकार जहां धन की कमी पूरी कर रही हैं, वहीं जमीन व अन्य बाधाओं को लेकर भी लगातार बैठक करके समाधान किया जा रहा है। गौरतलब है कि 2023 में दुहाई से साहिबाबाद तक यह रेल संचालित हो जाएगी, जबकि 2025 में पूरे कारिडोर पर यानी मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक संचालित हो जाएगी। निर्माण कार्य अब पूरे कारिडोर पर चल रहा है। मेरठ में भी तीसरे स्टेशन का कार्य शुरू हो चुका है। वहीं, डिवाइडर पर पिलर बनाने का भी कार्य जारी है।
संयम सागर का मंगल प्रवेश
आनंदपुरी स्थित दिगंबर जैन मंदिर में सोमवार को आचार्य संयम सागर महाराज का गाजे-बाजे के साथ मंगल प्रवेश हुआ। सदर दुर्गाबाड़ी मंदिर से वे आनंदपुरी पहुंचे, जहां जगह-जगह तोरण द्वार लगाए गए थे। महिलाओं ने आचार्य की आरती उतारी। इस मौके पर जैन मुनि ने कहा कि संयमित जीवन और सादा जीवन स्वास्थ्य की कुंजी है। उन्होंने मांस और मदिरा का सेवन त्यागने की अपील भी की। अरुण जैन, संजय जैन, अनंतवीर जैन, प्रद्युमन जैन आदि मौजूद रहे। शाम के समय आचार्य निशंक भूषण की समाधि में भाग लेने वे हस्तिनापुर के लिए रवाना हो गए।
व्यापार मंडल का गठन
कैंट क्षेत्र में उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल की बैठक में शर्मा नगर व्यापार मंडल का गठन किया गया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आशु शर्मा ने अध्यक्ष पद पर सुरेश सेतिया, महामंत्री पद पर अमित गुप्ता को मनोनीत किया। इस मौके पर व्यापारिक आयोग के गठन की मांग भी की गई। सुमेर सिंह धार, पीयूष वशिष्ठ, विजय राठी, शारिक, नीरज कौशिक आदि मौजूद रहे।