Move to Jagran APP

कुछ देर का योगाभ्यास, दुरुस्त रखे रक्त संचार

सर्दियों के मौसम में अधिक ठंडक के कारण रक्त वाहिकाएं भी सिकुड़ जाती हैं और रक्त संचार प्रणाली की सक्रियता धीमी हो जाती है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 03:36 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 03:36 AM (IST)
कुछ देर का योगाभ्यास, दुरुस्त रखे रक्त संचार
कुछ देर का योगाभ्यास, दुरुस्त रखे रक्त संचार

मेरठ, जेएनएन। सर्दियों के मौसम में अधिक ठंडक के कारण रक्त वाहिकाएं भी सिकुड़ जाती हैं और रक्त संचार प्रणाली की सक्रियता धीमी हो जाती है। इससे हृदय एवं शरीर के अन्य उपयोगी अंगों तक रक्त की आपूर्ति करने में हृदय पर भी अधिक भार पड़ता है। जिससे लोगों में हृदय आघात, उच्च रक्तचाप, अस्थमा की दिक्कतें बढ़ जाती हैं। पहले से सांस व हृदय की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए अधिक मुश्किल होती है। ऐसे में सरल योगाभ्यास के माध्यम से शरीर की रक्त संचार प्रणाली व लसीका वाहिनी प्रणाली को गतिमान किया जा सकता है। यह कहना है योग विज्ञान संस्थान के योग शिक्षक सुनील सैन का। आइए जानते हैं उनके द्वारा बताए गए योगासन के बारे में।

loksabha election banner

ताड़ासन का करें नियमित अभ्यास

उन्होंने बताया कि ताड़ासन के नियमित अभ्यास से इन सभी मुश्किलों में आराम मिल सकता है। इसे हर आयु वर्ग के लोग कर सकते हैं। इसे करने के लिए फर्श पर आसन बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। टांगे सीधी करें, एड़ियां पंजे मिलाकर पंजे ताने। फिर दोनों हाथ सिर की ओर ले जाकर ताने। दोनों हाथों में समानांतर दूरी और हाथों की पांचों उंगली मिली हों। हथेली के पृष्ठ भाग से कोहनी तक आसन पर लगाएं। सांस भर कर नाभि को केंद्र मानकर यथाशक्ति हाथों को हाथों की तरफ और पैरों को पैरों की ओर खींचे। लगभग दो मिनट तक रुकने का प्रयास करें और सांस बदलने पर भी खिंचाव बनाएं रखें। वापस आने पर पूरा तनाव रखते हुए दोनों हाथों को दाएं से बाएं बहुत धीरे-धीरे लाएं। करीब एक मिनट में। इसके बाद दो मिनट तक आराम से लेटे रहें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.