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Yoga Benefits: योग से भी खत्‍म हो सकता है अवसाद, अपनाएं ये प्रणायाम व आसन

स्‍वास्‍थ्‍य से लेकर कई तरह की वित्‍तीय समस्‍याएं भी सामने आईं ऐसे में बहुत से लोगों में अवसाद भी बढ़ा है। अवसाद एक ऐसी मानसिक बीमारी है जिसमें व्‍यक्‍ति को कई बार लगता है कि वह तो पूरी तरह से स्‍वस्‍थ है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 09:51 AM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 09:51 AM (IST)
Yoga Benefits: योग से भी खत्‍म हो सकता है अवसाद, अपनाएं ये प्रणायाम व आसन
योगा से भी खत्‍म हो सकता है अवसाद।

जागरण संवाददाता, मेरठ। पिछले दो साल में कोविड की वजह से लोगों के आहार व्‍यवहार हर चीज में बदलाव हुआ है। कई लोग संक्रमित भी हुए, बहुत से लोगों ने अपनों को भी खोया। स्‍वास्‍थ्‍य से लेकर कई तरह की वित्‍तीय समस्‍याएं भी सामने आईं, ऐसे में बहुत से लोगों में अवसाद भी बढ़ा है। अवसाद एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जिसमें व्‍यक्‍ति को कई बार लगता है कि वह तो पूरी तरह से स्‍वस्‍थ है, जबकि अवसाद जीवन की हर खुशी को धूमिल कर देता है। योग गुरु स्‍वामी कर्मवीर महाराज का मानना है कि योग में कुछ क्रियाएं हैं, जिसे नियमित किया जाए तो अवसाद से व्‍यक्‍ति दूर रह सकता है।

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यह भी है अवसाद होने का कारण

स्‍वामी कर्मवीर महाराज के अनुसार जब भी व्‍यक्‍ति किसी कारण से चिंताग्रस्‍त होता है। या फिर काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, भय से व्‍यवहार करता है तब अवसाद और भी तेजी से बढ़ने लगता है। कई बार मस्‍तिष्‍क से अधिक काम लेने से भी अवसाद बढ़ता है। या फिर एक विषय में लगातार सोचना, बिजनेस में नुकसान होने या इच्‍छा की पूर्ति न होना भी इसका कारण हो सकता है। आज युवा वर्ग सबसे अधिक अवसाद में हैं।

योगाभ्‍यास है इसका उपाय

स्‍वामी कर्मवीर महाराज बताते हैं कि जो युवा योगाभ्‍यास को अपने जीवन का अभिन्‍न अंग बना लेते हैं, उनके पास अवसाद नहीं आ सकता है। योगाभ्‍यास और प्राणायाम का प्रभाव व्‍यक्‍ति के मस्‍तिष्‍क पर पड़ता है। जिससे मस्‍तिष्‍क की शक्‍ति भी बढ़ जाती है। योगाभ्‍यास से मन दिन भर प्रसन्‍न भी रहता है। नकारात्‍मक चीजें दूर होती है। अवसाद दूर करने के लिए कुछ अभ्‍यास खास हैं।

ये प्राणायाम कीजिए

म़ृदु भ्रस्‍त्रिका, मृदु अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम, खेचरी मुद्रा।

आसन में है उपयोगी

सर्वांगसन, हलासन, व्रजासन, अर्द्धचंद्रासन, पवनमुक्‍तासन, भुजंगासन, मकरासन। 


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