Workshop In Medical College: बुखार के साथ गफलत...तो इंसेफ्लाइटिस समझकर करें इलाज, मेरठ में डाक्टरों ने समझाईं बारिकियां
Workshop In Medical College मेरठ शहर के इनदिनों बढ़ रहे बुखार के मामले के बीच मेडिकल कालेज में एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। इसमें बुखार को लेकर चर्चा की गई। इस वर्कशाप में करीब ढाई सौ चिकित्सक शामिल हुए।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में मेडिकल कालेज में सोमवार को वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण को लेकर वर्कशाप आयोजित की गई। इसमें डाक्टरों ने साफ किया कि रहस्यमयी बुखार कुछ नहीं है। यह एक प्रकार का एक्यूट इंसेफ्लाइटिस है, जिसमें मरीज बुखार और गफलत के साथ प्रजेंट करता है। मेडिकल कालेज में इन लक्षणों के साथ पहुंचने वाले मरीजों में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस की जांच जरूरी है। ऐसे लक्षण कई बार डेंगू के मरीजों में भी उभरता है। वर्कशाप में ढाई सौ चिकित्सक शामिल हुए।
दी गई ये हिदायतें
मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. टीवीएस आर्य ने संचालन करते हुए संचारी रोगों की संक्षिप्त जानकारी दी। मेडिसिन विभाग की डा. स्नेहलता वर्मा ने डेंगू, टायफायड, चिकनगुनिया, स्क्रबटाइफस व मलेरिया की जानकारी दी, वहीं लक्षणों में बदलाव एवं इलाज को लेकर भी हिदायतें दीं। बाल रोग विभाग की असिस्टेंट प्रोफसर डा. अनुपमा वर्मा ने आगरा एवं पड़ोसी जिलों में फैलने वाले रहस्यमय बुखार को लेकर वैज्ञानिक पहलू रखा। कहा कि एक्यूट इंसेफलाइटिस में जापानी इंसेफ्लाइटिस समेत कई अन्य बीमारियां आती हैं, जिसकी जांच जरूरी है।
प्रजेंटेशन की सराहना
वर्कशाप में उपस्थित प्रभारी चिकित्साधिकारियों को बताया कि बुखार के साथ अन्य लक्षणों के साथ बीमारी की पहचान जरूरी है। डाक्टरों ने बच्चों एवं वयस्कों पर होने वाले खतरे एवं उनके इलाज के प्रोटोकाल को भी बताया। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने दोनों चिकित्सकों के प्रजेंटेशन की सराहना की। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान एवं एसीएमओ डा. पूजा शर्मा समेत कई अन्य प्रांतीय चिकित्सा संवर्ग के अधिकारी उपस्थित हुए। वहीं, निजी डाक्टरों में से डा. जेवी चिकारा, डा. जसबीर सिंह मलिक, डा. अनुज शर्मा, डा. शिशिर जैन, डा. विजय सिंह, आइएमए अध्यक्ष डा. अनिल कपूर, डा. पंकज गोयल, डा. राजीव तेवतिया, डा. अभिषेक सिंह आदि उपस्थित थे।
लार्वा जांच नहीं करने देने पर होगा 500 का जुर्माना
मेरठ में नगर निगम की टीम जल्द ही आपके घरों में लार्वा की जांच करने पहुंचेगी। अगर किसी ने लार्वा की जांच करने के लिए घर में नहीं जाने दिया या अन्य तरह का अवरोध पैदा किया तो उस पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। नगर आयुक्त मनीष बंसल की अध्यक्षता में सोमवार को जिला चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, नगरीय मलेरिया अधिकारी, जिला सर्विलांस अधिकारी के साथ बैठक हुई। इसमें नगर निगम के तीनों डिपो प्रभारी, खाद्य एवं सफाई निरीक्षक, सभी सुपरवाइजर भी मौजूद रहे। बैठक में वेक्टर जनित रोगों मलेरिया, डेंगू की रोकथाम के लिए रणनीति पर चर्चा हुई।