महिला क्रिकेट टी-20 वर्ल्डकप: खिताब लेकर लौटेंगी हमारी दीदी Meerut News
महिला दिवस पर अलीगढ़ में क्रिकेट प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के साथ ही फाइनल मैच भी देखेंगी महिला क्रिकेट खिलाड़ी
मेरठ, जेएनएन। पहली बार महिला टी-20 वर्ल्डकप क्रिकेट में फाइनल में पहुंची भारतीय टीम ने बालिका क्रिकेटर्स का जोश बढ़ा दिया है।
बीसीसीआइ की ओर से भी महिला क्रिकेट को बढ़ावा दिए जाने के लिए बढ़ाई गई फीस ने बालिका खिलाड़ियों के रुझान को बढ़ाया है। मेरठ में पहली महिला क्रिकेट एकेडमी की शुरुआत भी एक महिला क्रिकेटर छाया ने ही की है। छाया की एकेडमी में 20 खिलाड़ी रेगुलर ट्रेनिंग ले रही हैं और प्रदेश के साथ ही दूसरे प्रदेशों में भी नाम रोशन कर रही हैं। मेरठ की ही वैदेही यादव बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-19 महिला टीम में चयनित हुई हैं।
अब अपना क्रिकेट स्वयं ले सकती हैं खिलाड़ी
एकेडमी कीर संचालक छाया का कहना है कि बीसीसीआइ की ओर से महिला क्रिकेट में फीस बढ़ाए जाने से इसे संजीवनी मिली है। पुरुष क्रिकेट की तुलना में कम है लेकिन इसकी शुरुआत हुई है तो आगे तक जाएगी। अब महिला क्रिकेट खिलाड़ी भी अपने लिए अच्छे क्रिकेट किट लेकर बेहतर अभ्यास कर सकेंगी। सबसे बड़ी कमी महिला क्रिकेटर्स के सामने अच्छे किट की ही देखने को मिलती हैं। महंगे किट होने के कारण हम स्वयं नहीं ले पाते और टीम के खिलाड़ियों को बीसीसीआइ से मिलने वाले किट पर ही निर्भर रहना पड़ता था।
जीतकर लौटेगी हमारी टीम
छाया और वैदेही का कहना है कि महिला क्रिकेट वल्र्ड कप में अब तक हमारी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। अब तक खेल के प्रदर्शन से यह संतोष है कि फाइनल भी भारतीय टीम ही जीतेगी। ऑस्ट्रेलिया को भारतीय शेरनियों ने पहले भी हराया था और फाइनल में भी जीतकर लौटैंगी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के इस वल्र्ड कप के साथ लौटने के बाद देश में महिला क्रिकेट के दिन बदल जाएंगे। इसका असर ठीक वैसा ही होगा जैसा वर्ष 1983 में कपिल देव की अगुवाई में वल्र्ड कप जीतने के बाद देश में क्रिकेट का युग शुरू हुआ था।
इन्होंने बताया
लड़कियों में खेल के प्रति उत्साह और जोश की कमी नहीं है। बस जरूरत है तो उन्हें उचित माहौल और सुविधाएं मुहैया कराने की। वल्र्ड कप का फाइनल मैच के दिन ही हमारा भी मैच है लेकिन हम सभी एक साथ अलीगढ़ में मैच देखेंगे।
- छाया, संचालक, छाया क्रिकेट एकेडमी, मेरठ
हम खेल के लिए कठिन परिश्रम से पीछे नहीं हटते। अब हमारे पास महिला क्रिकेटर आइकन भी हैं जिनकी तरह हम भी भारतीय टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं।
- वैदेही यादव, क्रिकेटर