मेरठ: जेठ के पैर नहीं पकड़ती तो वह गले में रस्सी का फंदा डालकर हत्या कर देता, महिला ने सुनाई व्यथा
मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में शुक्रवार को एक पीड़ित विवाहिता अपने तीन वर्षीय बेटे को लेकर पहुंची थाने पुलिस को सुनाई व्यथा। उसका पति दिव्यांग है और जेठ उस पर बुरी नजर रखता है। मकान पर भी कब्जा करना चाहता है।
मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा थाने में शुक्रवार को एक पीड़ित विवाहिता अपने तीन वर्षीय बेटे को लेकर पहुंची और रोते हुए पुलिस को अपनी व्यथा सुनाई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसका पति दिव्यांग है और जेठ उस पर बुरी नजर रखता है। मकान पर भी कब्जा करना चाहता है। विरोध करने पर जेठ ने गले में रस्सी का फंदा डालकर हत्या करने का प्रयास किया, मगर जेठ के पैर पकड़कर माफी मांगी, तब उसने छोड़ा। पीड़िता ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
यह है मामला
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में हाईवे स्थित एक गांव निवासी बाल्मीकि समाज की एक युवती ने थाने में तहरीर देकर अपने जेठ पर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी करीब चार वर्ष पूर्व गांव निवासी युवक से हुई थी। दंपति के एक बेटा हुआ, जिसके कुछ महीने बाद ही विवाहिता का पति बीमार हो गया। शरीर के आधे हिस्से ने काम करना बंद कर दिया, काफी समय से घर में बिस्तर पर ही है। विवाहिता ही पति की देखभाल करती है। पीड़ित विवाहिता का आरोप है कि उसका जेठ शराब पीकर उसके कमरे में घुसकर उसे पकड़ने का प्रयास करता है। विरोध करने पर घर से निकालने की धमकी देता है। इस बीच ससुर की भी मौत हो गई और विवाहिता ससुराल में अकेली सी रह गई।
आरोप है कि गुरुवार को जेठ ने उसे पकड़ लिया था, विरोध किया तो गले में रस्सी का फंदा डालकर हत्या करने का प्रयास किया। जेठ के पैर पकड़कर माफी मांगी, उसके बाद छोड़ा। जेठानी और स्वजन से कहा तो मारपीट कर बेटे संग घर से निकाल दिया। शुक्रवार को पीड़िता अपने मायके वालों संग थाने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। इंस्पेक्टर का कहना है कि तहरीर पर जांच कर आरोपित से पूछताछ की जाएगी, उसके बाद केस दर्ज कर कार्रवाई तय है।