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महिला की हत्या, शव बोरे में बंद कर तालाब में फेंका

महिला की हत्या कर शव को बोरे में बंद कर तालाब में फेंक दिया। चेहरा कंकाल में बदल जाने के कारण शव की पहचान नहीं हो पाई। शरीर पर बुर्का होने के कारण उसे संप्रदाय विशेष का बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 05:52 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 05:52 AM (IST)
महिला की हत्या, शव बोरे में बंद कर तालाब में फेंका
महिला की हत्या, शव बोरे में बंद कर तालाब में फेंका

मेरठ, जेएनएन। महिला की हत्या कर शव को बोरे में बंद कर तालाब में फेंक दिया। चेहरा कंकाल में बदल जाने के कारण शव की पहचान नहीं हो पाई। शरीर पर बुर्का होने के कारण उसे संप्रदाय विशेष का बताया जा रहा है।

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परतापुर थाना क्षेत्र के काशी गांव में रविवार सुबह ग्रामीण तालाब के किनारे से जा रहे थे। आसपास बदबू भी आ रही थी। जानकारी मिलने पर अन्य ग्रामीण भी आ गए। उन्होंने किसी तरह बोरे को तालाब से निकाला। बोरे को खोलकर देखा तो उसमें महिला के शव निकला। थाना प्रभारी मौके ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि शव एक सप्ताह से ज्यादा पुराना लग रहा है। हत्या करने के बाद शव तालाब में फेंका गया है। वहीं, ग्रामीणों का कहना था कि एक दिन पहले कुछ आवारा कुत्ते बोरे को खींच रहे थे। उनसे वह बाहर नहीं निकला था। जनपद में लगातार मिल रहे हैं लावारिस शव

मेरठ : जनपद में लावारिस शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। रविवार को एक बार फिर से तालाब से शव मिला। शुरुआती जांच के बाद इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। पांच दिसंबर को खरखौदा के अतराड़ा गांव में काली नदी के किराने श्मशान घाट स्थित एक बंद संदूक में युवती का शव मिला था। अभी तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। हस्तिनापुर में भी युवती की हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया गया था। आज भी उसकी गुत्थी अनसुलझी है। शहर के लिसाड़ी गेट में पिछले दिनों युवती और करीब एक साल पहले एक युवक का शव मिला था। उनके बारे में भी कुछ पता नहीं चला चला है। ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम में भी पिछले दिनों नाले से एक महिला का शव मिला था। उसके बारे में भी पुलिस जानकारी नहीं जुटा पाई है। ये मामले में बानगी भर हैं, ऐसे में तमाम लावारिस शव शिनाख्त के लिए अपनों की इंतजार कर रहे हैं। अफसरों का कहना है कि शव मिलने के 72 घंटे तक उनको मर्चरी में रखा जाता है, ताकि कोई आकर शिनाख्त कर सके। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। फोटो और कपड़ों के माध्यम से पता लगाने का प्रयास किया जाता है।


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