Corona Warrior: मां बन चुकी महिला कांस्टेबलों को बारी-बारी दो घंटे का मिलेगा आराम Meerut News
दूध पीने वाले बच्चों की स्थिति देखकर निर्णय लिया है। लगातार ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को भी राहत दी जाएगी। उधर पुलिस की एहतियात के तौर पर कोरोना जांच करा रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। वाराणसी में सात पुलिसकर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पुलिस वालों की सुरक्षा दुरुस्त की गई है। मां बन चुकी महिला कांस्टेबलों को उनकी ड्यूटी में दो-दो घंटे का आराम बारी-बारी से दिया जाएगा। लगातार हॉटस्पॉट क्षेत्रों में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को भी आराम देने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
पुलिस कोरोना संक्रमण से कई मोर्चे पर लड़ाई लड़ रही है। रमजान में कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए कुछ पुलिसकर्मी लगातार ड्यूटी कर रहे हैं। इसके चलते कुछ थानों ने पुलिसकर्मियों को आराम देने का निर्णय लिया है। सबसे पहले ऐसी महिला कांस्टेबल की सूची बनाई गई है, जिनके छोटे बच्चे हैं। कुछ थानों ने ऐसी महिला कांस्टेबलों को ड्यूटी में बारी-बारी से दो-दो घंटे का आराम देना शुरू कर दिया है। साथ ही लगातार ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मियों को भी 12 घंटे का आराम देने पर विचार-विमर्श हो रहा है।
पुलिस पीपीई किट पहने और अपनी सुरक्षा करें। कुछ महिला कांस्टेबलों को थाने स्तर पर ही ड्यूटी में छूट दी जा रही है। इसका अधिकार थाना प्रभारी को ही दिया गया है।
अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी
पीपीई किट पहनने के आदेश
हॉटस्पॉट और क्वारंटाइन सेंटर पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को पीपीई किट पहनने के आदेश दिए हैं। गर्मी के मद्देनजर पुलिसकर्मी पीपीई किट साथ भी रख सकते हैं। हॉटस्पॉट क्षेत्रों के अंदर घूमते समय पीपीई किट का प्रयोग करें।
एहतियात के तौर पर कोरोना जांच करा रहे हैं पुलिसकर्मी
कोरोना काल में पुलिसकर्मी 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। हॉटस्पॉट की सुरक्षा हो या फिर लॉकडाउन का पालन कराना, हर जगह पुलिसकर्मी मौजूद हैं। एहतियात के तौर पर पुलिसकर्मी भी अब कोरोना जांच करा रहे हैं। संकट की घड़ी में पुलिसकर्मी संकटमोचन बने हैं। लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रहे हैं। संक्रमित मरीज को अस्पताल भेजने के दौरान भी वह स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौजूद रहते हैं। नौचंदी थाना क्षेत्र के कुछ दारोगा और सिपाहियों ने कोरोना टेस्ट कराया है। हालांकि अभी रिपोर्ट नहीं आई है। इसके अलावा अन्य जगहों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी कोरोना टेस्ट कराने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि हर वक्त उनके आसपास लोग मौजूद रहते हैं। ऐसे में पता नहीं चलता कि कौन व्यक्ति संक्रमित है। इसलिए एहतियात ही बचाव है।