मेरठ में पत्नी-बेटे ने की थी राजमिस्त्री की हत्या, पुलिस को बताया क्यों ली उसकी जान Meerut News
दो दिन पूर्व शहर के गंगानगर क्षेत्र में हुई राजमिस्त्री के मर्डर का पुलिस ने शुक्रवार को राजफाश कर दिया है। मृतक की पत्नी रेखा व इकलौते पुत्र जतिन ने तीसरे मृतक के रिश्ते के भाई नरेंद्र के साथ मिलकर अरुण को मौत के घाट उतारा था।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में गंगानगर पुलिस ने ललसाना गांव में बुधवार को हुई अरुण उर्फ रिंकू पुत्र ओमप्रकाश की हत्या के मामले में आरोपितों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक की पत्नी रेखा व इकलौते पुत्र जतिन ने तीसरे मृतक के रिश्ते के भाई नरेंद्र के साथ मिलकर अरुण को मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने गांव में उपलों के बिटोडे से आला ए कत्ल बरामद कर लिया है। पुलिस जांच में हत्या के पीछे का कारण मृतक की पत्नी व पुत्र ने अरुण से घरेलू खर्च न मिलना व एक अन्य तीसरे युवक नरेंद्र से अवैध संबंध होने की बात का होना बताया है। दोपहर दो बजे पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस होगी।
यह था मामला
बुधवार की सुबह ललसाना गांव में श्मशान घाट के पास गांव के ही अरुण उर्फ रिंकू (45) की लाश मिली थी। सुबह के वक्त घूमने निकले ग्रामीणों ने खून से लथपथ शव देखा तो हडकंप मच गया। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। अरुण के चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर उसे मौत के घाट उतारा गया। पुलिस ने उसके निर्माण कार्य संबंधी ठेकेदार समेत गांव के कई लोगों से पूछताछ की, जिसमें पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पाई। पुलिस ने अरुण की सीडीआर निकाली तो पूरे घटना के पीछे का सच सामने आ गया।
बिटौडे से आला ए कत्ल बरामद
पुलिस ने मृतक राजमिस्त्री अरुण उर्फ रिंकू की पत्नी व पुत्र से सख्ताई से पूछताछ की तो उन्होंने जुर्म स्वीकार कर लिया। शराब पीकर करता था मारपीट पुलिस देर रात दोनों को साथ लेकर गांव में पहुंची। जहां पर उपलों के 100 बिटौडों के बीच दराती व बलकटी को बरामद कर लिया गया। हत्यारोपियों ने कहा कि अरुण शराब पीकर आए दिन के उनके साथ मारपीट करता था। जिससे वह काफी दुखी थी। मृतक के पुत्र जतिन ने ही अपने पिता का मोबाइल हौज में फेंका था।
तीन बेटियों को अब किसका सहारा
मृतक की तीन बेटियां व एक बेटा है। पिता की हत्या कर दी गई और अब मां व भाई जेल चले जाएंगे। पुत्र व पत्नी के जेल जाने के बाद अब तीन बेटियों की जिम्मेदारी कौन संभालेगा। एक कमरे के मकान में राजमिस्त्री की तीनों बेटियां अकेली रह गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बेटियों की जिम्मेदारी अरुण के भाई या परिवार के लोग ही संभालेंगे।