बागपत : ट्रेन से हुई तेंदुए की मौत तो रेलवे लाइन पर किसने रखा शव, वायरल वीडियो से उठे सवाल
बड़ौत में दिल्ली-सहारनपुर रेलवे ट्रैक के पास बरामद हुए मादा तेंदुए के शव के चौथे दिन एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने तेंदुए की मौत के कारणों पर तो कई सवाल सवाल उठाए ही है। इस मामले में सच्चाई का बाहर आना अभी बाकी है।
बागपत, जेएनएन। बागपत के बड़ौत में दिल्ली-सहारनपुर रेलवे ट्रैक के पास बरामद हुए मादा तेंदुए के शव के चौथे दिन एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने तेंदुए की मौत के कारणों पर तो कई सवाल सवाल उठाए ही है। साथ ही वन विभाग के आला अफसरों के झूठे बयान से भी पर्दा उठा दिया है। एक ऐसा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें मादा तेंदुए का शव रेलवे लाइन पर पड़ा हुआ है, कुछ लोग टॉर्च की रोशनी में तेंदुए की वीडियो बना रहे हैं, संभवत: ये आरपीएफ के वे जवान हैं जो रेलवे लाइन पर रात के समय गश्त कर रहे थे और सबसे पहले उन्होंने ही तेंदुए के शव को देखकर अपने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी।
आगे बढ़ गए थे जवान
उसके बाद आरपीएफ के जवान तो आगे निकल गए और जब वह विभाग के कर्मचारी और अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने नौ जनवरी की सुबह मीडिया के सामने बयान देते हुए बताया कि रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे तेंदूए की मौत दिल्ली की ओर से हरिद्वार जा रही अजमेर एक्सप्रेस की टक्कर से हुई है। यह बयान प्रभारी डीएफओ की ओर से दिया गया था। उसके बाद मादा तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेजने का दावा किया गया था। वह रेंजर राजपाल सिंह का कहना है कि प्रभारी डीएफओ की सूचना पर जब वह जब टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो शव ट्रैक के पास ही पड़ा हुआ था।
सुलग रहे हैं कई सवाल
- तेंदुए की मौत ट्रेन की टक्कर से हुई तो शव रेलवे लाइन पर कैसे रखा मिला?
- एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर से तेंदुए का बुरी तरह जख्मी हो जाता, लेकिन शव पर निशान नहीं थे।
- तेंदुए का शव बरेली ही क्यों भेजा गया, जबकि इससे पहले मिले तेंदुओं के शवों का पोस्टमार्टम बागपत में ही होता रहा हो।
- रेलवे लाइन से शव को उठाकर ट्रैक के पास किसने रखा था?
- तेंदुए की मौत का कारण क्या रहा? सर्दी, हादसा या शिकार।
- रेलवे लाइन पर रखे शव के ऊपर से ट्रेन गुजरी तो शव कटा क्यों नहीं?
यह है पूरा मामला
आठ जनवरी की देर रात बडौत रेलवे स्टेशन से हरिद्वार के लिए अजमेर एक्सप्रेस गुजरी तो बडौत शहर के पास बावली अंडरपास के नजदीक ट्रेन की टक्कर से तेंदुआ घायल हो गया। कुछ ही देर बाद आरपीएफ के कर्मियों ने गश्त के दौरान रेलवे लाइन पर घायलावस्था में तेंदुआ पड़ा देखा तो सूचना बडौत रेलवे स्टेशन को दी। डीएफओ प्रभारी कल्याण सिंह की ओर से बताया गया कि रात 12 बजे बडौत रेलवे स्टेशन अधीक्षक ने उन्हें हादसे की जानकारी दी तो वन रेंजर राजपाल सिंह को टीम के साथ मौके पर भेजा, लेकिन तब तक तेंदुए की मौत हो चुकी थी। तेंदुए के शव को कब्जे में ले लिया गया। उधर, रात भर विभाग के कर्मचारी तेंदुए के शव के पास ही रहे। सुबह प्रभारी डीएफओ, वन संरक्षक मेरठ गंगा प्रसाद मौके पर पहुंचे और हदसास्थल का निरीक्षक करने के बाद शव को बरेली पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।