साधारणपुर गाव में हुई दस मौतों का जिम्मेदार कौन
साधारणपुर गाव में तीन प्रत्याशियों संजय कुमार महाराज सिंह और सुरेंद्र उर्फ श्यामू ने शराब बांटी थी।
मेरठ,जेएनएन। साधारणपुर गाव में तीन प्रत्याशियों संजय कुमार, महाराज सिंह और सुरेंद्र उर्फ श्यामू ने मत हासिल करने के लिए शराब का वितरण कराया। संजय कुमार ने एसपी देहात और आबकारी अधिकारी की पूछताछ में कुबूल किया कि एक पेटी शराब का हर रोज वितरण कर रहे थे। यह शराब तोहफापुर स्थित शराब ठेके से खरीदने का दावा किया है। सवाल है कि साधारणपुर में हुई दस लोगों की मौत का आखिर कौन जिम्मेदार है।
चार हजार की आबादी वाला साधारणपुर गाव गुर्जर बाहुल्य है। यहां कुल 2200 वोट हैं, इनमें करीब 350 वोट जाटव बिरादरी की हैं। यही कारण है कि जाटव बिरादरी में सबसे ज्यादा शराब का वितरण किया गया। इसी के चलते दस लोगों में से सात मृतक जाटव बिरादरी के हैं, दो गुर्जर और एक पंडित है। पुलिस और आबकारी विभाग इन मौतों को बीमारी के कारण होना बता रहे हैं। अगर पुलिस की इस दलील को मान भी लें तो दो दिनों में अचानक गाव में दस मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसर क्यों नहीं पहुंचे। यानि हर विभाग अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है। ग्राम प्रधान प्रत्याशी ने एसपी देहात और आबकारी अधिकारी की पूछताछ में शराब वितरण करना स्वीकार किया है। जब गाव में शराब वितरित हो रही थी, उस समय इंचौली पुलिस और आबकारी विभाग की टीम कहां थी। चुनाव में शराब वितरण को क्यों नहीं रोका गया? रोहित ने सप्लाई कराई थी शराब
पंचायत चुनाव में शराब की सप्लाई करने वाले रोहित को और ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी संजय कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। महाराज सिंह और सुरेंद्र उर्फ श्यामू फरार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि तीनों ने ही गाव में शराब वितरण किया था। बताया कि 20-20 मार्का शराब वितरित की गई थी। शराब के रैपर पर बनाने वाली कंपनी का नाम तक नहीं है। ऐसे में इस शराब को सप्लायर रोहित कहां से लेकर आ रहा था। पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है।