तिराहे से यू-टर्न खत्म हुआ तो लोगों ने चुना खतरनाक रास्ता
परतापुर तिराहे पर वाहन चालकों ने एक नया खतरनाक कचा रास्ता बना लिया है।
जेएनएन, मेरठ : परतापुर तिराहे पर वाहन चालकों ने एक नया खतरनाक कच्चा रास्ता बना लिया है। दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाले टेंपो, कार व दोपहिया वाहन अब इसी से निकलने लगे हैं। यह रास्ता पेट्रोल पंप के बिलकुल सामने से सदगुरु ढाबे के सामने से होते हुए मेरठ की मुख्य सड़क यानी रेलवे ओवरब्रिज वाले रास्ते में मिल जाता है। इससे वाहनों का समय बचता है और दूरी भी घट जाती है। यह रास्ता खतरनाक है और कभी भी दुर्घटना हो सकती है। इस रास्ते से वाहन चालक इसलिए निकल रहे हैं, ताकि उन्हें देहरादून बाईपास पर बिगबाइट के सामने से यू-टर्न न लेना पड़े। यू-टर्न पर जाने के लिए तीन किलोमीटर अतिरिक्त चलना पड़ता है।
कच्चे रास्ते से इसलिए है खतरा
-जिस कच्चे रास्ते से अब वाहन जा रहे हैं, उसके एक तरफ खाईं है, जिसे आरआइ वाल बनाने के लिए खोदा गया है।
-सामने से आ रहे वाहनों से खुद को बचाने के लिए दो स्थानों पर सतर्क रहना होता है। मेरठ की ओर से तेजी से आ रहे वाहनों से कभी भी टक्कर हो सकती है।
-बारिश में रास्ता गीला होने से वाहन फिसलकर खाईं में भी गिर सकते हैं।
-इस कच्चे रास्ते में गड्ढे भी हैं, यह भी दुर्घटना करा सकते हैं। करोड़ की लागत से 16 मीटर चौड़ा होगा नानू पुल
जेएनएन, मेरठ। मेरठ-करनाल नेशनल हाईवे-709ए पर छोटे-बड़े 19 पुलों का निर्माण होगा। नानू गंग नहर पुल का पांच करोड़ 86 लाख रुपये की लागत से निर्माण किया जाएगा। यह 16 मीटर चौड़ा बनेगा।
एनएचएआइ के टेक्निकल इंजीनियर सादिक ने बताया कि मेरठ-करनाल नेशनल हाईवे कंकरखेड़ा बाईपास से शामली यमुना ब्रिज तक 84 किलोमीटर है। मार्ग को साढे़ तीन मीटर चौड़ा किया जाएगा। हाईवे पर टोल भी लगाया जाएगा और राष्ट्रीय राजमार्ग के अनुसार ही सुविधा भी दी जाएगी। शामली में रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज बनाया जाएगा जिसकी तैयारी चल रही है।