फरार दारोगा को घेरा तो पीड़ितों पर टूट पड़े सीओ
आटो चालक को आत्महत्या के लिए उकसाने के जिस आरोपित दारोगा को पुलिस फरार बता रही थी वह पीड़ित परिवार को सर्किट हाउस पर चाय पीता मिल गया।
मेरठ, जेएनएन। आटो चालक को आत्महत्या के लिए उकसाने के जिस आरोपित दारोगा को पुलिस फरार बता रही थी वह पीड़ित परिवार को सर्किट हाउस पर चाय पीता मिल गया। पीड़ितों ने उसे घेरा तो वह पुलिस लाइन में पहुंच गया। यहां उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे पीड़ित परिवार से सीओ ने अभद्रता की। आरोप है कि सीओ ने महिलाओं को थाने ले जाकर पीटा। घंटों हंगामा चला। भाजपा और कांग्रेस नेता थाने पहुंचे और पीड़ित स्वजनों को छुड़ाया। आरोपित दारोगा ने गिरफ्तारी पर स्टे दिखा दिया।
एक माह बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी
टीपीनगर के चंद्रलोक कालोनी निवासी आटो चालक व मलियाना टेंपो एसोसिएशन के प्रधान अश्वनी लोधी ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली थी। आरोप था कि दारोगा राजीव पूनिया एक सप्ताह से अश्विनी समेत कई आटो चालकों का उत्पीड़न करता था। अश्विनी की मौत के बाद दारोगा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया था। 12 जनवरी को हुई घटना के बाद अभी तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
आइजी से मिले थे परिवार के सदस्य
सोमवार को अश्विनी की मां रेखा, भाई प्रशांत आदि टीपीनगर थाने में एसएसआइ से मिले। उन्होंने दारोगा की गिरफ्तारी की मांग की। एसएसआइ ने बताया कि दारोगा के दोनों मोबाइल बंद हैं। उसकी लोकेशन मिलने पर गिरफ्तारी की जाएगी। उसके बाद ये लोग आइजी प्रवीण कुमार के पास पहुंचे। आइजी ने पीड़ित परिवार को जल्द गिरफ्तारी और निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पुलिस लाइन से थाने तक मचा बवंडर
स्वजन आइजी ऑफिस से निकले तो दारोगा राजीव पूनिया सर्किट हाउस पर चाय पीता दिख गया। पीड़ित परिवार ने घेराबंदी करते हुए दारोगा की बुलेट की चाबी निकाल ली। आरोप है कि तभी दारोगा ने एक महिला को थप्पड़ मारा और पुलिस लाइन में घुस गया। दारोगा का पीछा करते हुए स्वजन शोर मचाते हुए पुलिस लाइन में आ गए। दारोगा गणना कार्यालय में घुसा तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी उसके बचाव में आ गए। उन्होंने स्वजनों को अंदर नहीं घुसने दिया। इसपर पुलिस और महिलाओं में धक्का-मुक्की हो गई। इसी बीच सीओ सिविल लाइन संजीव देशवाल भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने महिलाओं से अभद्रता की। आरोप है कि सीओ महिलाओं समेत अन्य स्वजनों को जीप में डालकर सिविल लाइन थाने ले गए और उनकी जमकर पिटाई की। भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंच गए। दोनों नेताओं ने सीओ से पीड़ित परिवार को छोड़ने की मांग की। इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए सात सदस्यों को परिवार के सुपुर्द कर दिया।