संभलिए, अभी बेड मिल भी रहा, पर कल की गारंटी नहीं
कोरोना के बेलगाम होने के साथ ही कोविड बेडों को लेकर प्रदेशभर में मारामारी मच गई।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के बेलगाम होने के साथ ही कोविड बेडों को लेकर प्रदेशभर में मारामारी मच गई है। लखनऊ, वाराणसी, कानपुर एवं प्रयागराज में मरीजों को भर्ती करने में भारी दिक्कतें हैं। वहीं, मेरठ मंडल में भी कोविड अस्पतालों के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है। प्रशासन ने सभी मेडिकल कालेजों को नोटिस भेज कर कोविड केंद्र के रूप में तैयारी तेज करने को कहा है। कमिश्नर ने मेरठ समेत सभी जिलों में मरीजों की स्थिति की समीक्षा की। पश्चिम यूपी के सबसे बड़े एल-3 केंद्र मेडिकल कालेज मेरठ में आइसीयू में मरीजों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन की धड़कन बढ़ा दी है।
मेडिकल में 80 मरीज भर्ती
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि 250 बेडों के कोविड वार्ड में 80 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। यह संख्या दो दिन में 100 पार कर सकती है। 30 मरीज आक्सीजन पर हैं। एल-3 केंद्र सुभारती में भी गंभीर मरीजों की संख्या ज्यादा हो गई, जबकि एल-2 केंद्रों में करीब 300 मरीज भर्ती हो चुके हैं। जिलाधिकारी के. बालाजी एवं सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने छह नए अस्पतालों को कोविड केंद्र में बदलने के लिए विजिट किया है। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड के प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि नया स्ट्रेन भी मरीज की आक्सीजन को तेजी से खत्म कर रहा है। भर्ती होने वाले मरीजों की आक्सीजन सेचुरेशन 90 के नीचे मिल रही है। कई मरीजों में गुर्दा, लिवर, ब्रेन एवं हार्ट पर भी असर नजर आ रहा है।
ये हैं मंडल के हालात
जिला कुल बेड भरे कितने आक्सीजन वाले बेडों की संख्या होम आइसोलेट मरीज
मेरठ 1902 277 317 656
गाजियाबाद 1583 538 1394 398
जीबी नगर 1804 638 825 553
बुलंदशहर 240 11 70 212
हापुड़ 1100 143 244 08
बागपत 50 31 30 45
नोट: आंकड़े 10 अप्रैल तक के हैं
इनका कहना है
कोरोना नियंत्रण के लिए कई स्तरों पर प्रयास तेज किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने सभी मेडिकल कालेजों को पत्र भेजकर कोविड बेडों को आरक्षित कर दिया है। मंडल में 6679 कोविड बेड उपलब्ध हैं, जिसमें 2880 बेड आक्सीजनयुक्त हैं। मेरठ में छह अन्य अस्पतालों में भी कोविड वार्ड बनाया जा रहा है। लोग घबराएं न। वे मनोबल बनाकर रखें।
डा. राजकुमार, अपर निदेशक, स्वास्थ्य