मवाना में साप्ताहिक बंदी बेअसर, रोज की तरह खुल रहीं दुकानें
कोविड-19 के नए स्वरूप के चलते मवाना में बुधवार को साप्ताहिक बंदी भले ही घोषित हो गई लेकिन बाजार पूर्व की तरह यथावत खुले। श्रम अधिकारी के पहुंचने पर कुछ व्यापारी दुकानों के शटर डालकर चले गए। इस दौरान व्यापारी संगठनों से वार्ता कर बंदी का आह्वान किया गया।
मेरठ, जेएनएन। कोविड-19 के नए स्वरूप के चलते मवाना में बुधवार को साप्ताहिक बंदी भले ही घोषित हो गई लेकिन बाजार पूर्व की तरह यथावत खुले। श्रम अधिकारी के पहुंचने पर कुछ व्यापारी दुकानों के शटर डालकर चले गए। इस दौरान व्यापारी संगठनों से वार्ता कर बंदी का आह्वान किया गया। बता दें कि कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव तथा स्माग को लेकर जिला प्रशासन व श्रम विभाग ने साप्ताहिक बंदी को लेकर अलर्ट हो गया था। मंगलवार देर शाम साप्ताहिक बंदी के आदेश मिलने पर एसडीएम अमित कुमार गुप्ता द्वारा बुधवार को मवाना में साप्ताहिक बंदी के दिन दुकान बंद कराने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि व्यापारियों को देर शाम इस बारे में कोई जानकारी स्पष्ट नहीं मिल पा रही थी। बुधवार को साप्ताहिक बंदी के दिन रोजाना की भांति सुबह से ही दुकानें खुलीं। हस्तिनापुर रोड, गोल मार्केट, गुड़मंडी, सुभाष बाजार व दयानंद बाजार में रोजाना की भांति दुकानें खुली रही। श्रम अधिकारी अरविद मजेठिया पहुंचे और व्यापारी संगठनों से वार्ता कर साप्ताहिक बंदी पर जोर दिया। उनका कहना था कि साप्ताहिक बंदी के प्राविधानों का पालन न करने वाले व्यापारियों व कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उधर, अगली साप्ताहिक बंदी पर सख्ताई बरतते हुए चालान करने की बात भी कही। संयुक्त व्यापार एसोसिएशन के नगर अध्यक्ष शैवाल दुबलिश का कहना है कि यदि साप्ताहिक बंदी के लिए व्यापारी संगठनों से वार्ता करनी चाहिए थी और व्यापारियों को जागरूक करना भी जरूरी है। जबकि व्यापार संगठन के पदाधिकारी राजेश अग्रवाल समेत अन्य व्यापारियों ने भी अपनी बातें श्रम अधिकारी के सामने रखी।