Weather Update: मेरठ और आसपास के जिलों में मानसूनी बौछारों ने पहुंचाई ठंडक, फसलों को भी मिलेगा फायदा Meerut News
शुक्रवार को सुबह से हुई बारिश के बाद शनिवार तड़के से ही झमाझम बारिश हो गई। सुबह सात बजे खूब जोरदार ढंग से बारिश हुई। मेरठ और आसपास के जिलों में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है।
मेरठ, जेएनएन। शुक्रवार को सुबह से हुई बारिश के बाद शनिवार तड़के से ही झमाझम बारिश हो गई। सुबह सात बजे खूब जोरदार ढंग से बारिश हुई। मेरठ और आसपास के जिलों में 15 जुलाई के बाद मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। शनिवार को पूरे दिन ही बारिश होने की संभावना बन रही है। आसमान पर बादल लगातार घुमड़ रहे हैं। लेकिन शहर में निचले इलाकों में जलजमाव से समस्या पैदा हो गई है। वहीं दूसरी ओर भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को सुकून मिला है।
20 से 22 तक भारी बारिश की आशंका
फसलों के लिए भी इस बारिश को मुफीद माना जा रहा है। 20 से 22 तक भारी बारिश की आशंका जनपदवासियों को शुक्रवार को तेज बारिश के बाद तेज धूप का सामना करना पड़ा था। पांच जुलाई को मूसलधार बारिश के बाद ठीक-ठाक बारिश देखने को मिली। मौसम विभाग ने 11.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि ग्रामीण इलाकों में बारिश कहीं ज्यादा अच्छी देखने को मिली। बारिश के बाद तेज धूप निकलने से एक बार फिर गर्मी बढ़ गई। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि 20 से 22 जुलाई के बीच भारी बारिश का अनुमान है। शनिवार को भी अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
मुजफ्फरनगर में झूम-झूम कर बरसे बदरा
मुजफ्फरनगर में भी मानसून सक्रिय हो चला है। शनिवार तड़के तेज हवा के साथ जमकर बारिश हुई। बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई साथ ही अनेक जगहों पर जलभराव हो गया। घुमड़-घुमड़ कर बरसे बदरा ने शहर को तर दिया। बारिश के कारण तापमान की भी कमर टूट गई। बारिश के कारण न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शनिवार तड़के तेज हवा के साथ आसमान में काले बादल छा गए देखते ही देखते बारिश शुरू हो गई। जमकर कर बरसे बदरा से शहर टापू बन गया। रुड़की रोड, जनकपुरी, रैदासपुरी, रामपुरी, इंदिरा कालोनी, लद्दावाला में जलभराव हो गया। नेशनल हाईवे भी जलभराव से अछूता नहीं रहा। मंसूरपुर और घासीपुरा में हाइवे किनारे जलभराव हो गया। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को पूरे दिन वर्षा ऋतु का मौसम रहेगा। रविवार को भी बूंदाबांदी होने के आसार बने रहेंगे। बारिश से धान की फसल को लाभ मिलेगा इससे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। वही लौकी, तौरई, बैंगन, हरी मिर्च आदि सब्जियों को खेतों में पानी भरने से नुकसान हुआ है।
विद्युत व्यवस्था भी लड़खड़ाई
तेज बारिश में हवाओं के कारण विद्युत व्यवस्था भी लड़खड़ा गई। शहर से लेकर देहात में लाइनो पर फाल्ट हो गया। जिसके चलते शहर की जानसठ रोड, भोपा रोड, अलमासपुर, कच्ची सड़क, सरवट के साथ रेलवे लाइन, महावीर चौक, रामलीला टिल्ला, कृष्णा पूरी , टाउनहाल मार्ग की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। वहीं, खतौली देहात, लाडपुर, शाहपुर, बेलडा समेत करीब 50 से अधिक गांवों आपूर्ति प्राभावित हो गई। लाइनमैनों ने मौसम खराब होने के कारण फाल्ट ठीक करने से हाथ खड़े कर दिए।
बारिश की भेंट चढ़ा अभियान
कोरोना और संचारी रोगों की रोकथाम के लिए चलने वाला सैनिटाइजेशन अभियान बारिश की भेंट चढ़ गया है। अभियान की तैयारियां की गई थी, लेकिन बारिश के कारण सफाई, छिड़काव कार्य नहीं किया जा सका है।
बागपत में गर्मी से मिली राहत
इनपुट बागपत जिले में शनिवार सुबह कोई बारिश से आमजन को गर्मी से राहत मिली है। तापमान में करीब 6 डिग्री सेल्सियस की कमी हुई है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस था वही,बारिश के बाद शनिवार को तापमान 28 डिग्री सेल्सियस हो गया। बारिश से निर्माणाधीन दिल्ली सहारनपुर हाईवे पर जलभराव हो गया इससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। धान व गन्ने की फसल को बारिश से फायदा होगा।
बिजनौर में भी झमाझम
बिजनौर जिले में पिछले कई दिनों से जारी उमस और गर्मी के बीच शनिवार सुबह मौसम बदल ही गया। तड़के हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश से उमस और गर्मी से राहत मिली। लगभग दो से तीन घंटे लगातार बारिश होती रही। इससे जहां किसानों और आमजन को राहत मिली, वहीं पालिका प्रशासन की भी पोल खुल गई। जिलेभर में गलियां जलमग्न हो गई। बारिश थमने के बाद भी आसमान में बादल छाये रहे। उधर, किसान वर्ग को काफी राहत मिली। धान की रोपई के लिए यह बारिश बहुत उपयोगी सिद्ध होगी।
सहारनपुर में जलभराव से परेशानी
सहारनपुर जनपद में सुबह 6:30 बजे से हो रही बारिश लोगों ने गर्मी से राहत ली। तेज बारिश के कारण कई जगह जलभराव की समस्या भी उत्पन्न हुई। बारिश से धान की फसल को अच्छा खासा फायदा हुआ। शहर में आईटीसी के पीछे सर्किट हाउस रोड पर पानी भर जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जडौदापाण्डा मे पानी की निकासी ना होने के कारण गांव की सड़कें पानी से लबालब भर गई। गंगोह मैं भी मूसलाधार बारिश के चलते सराय क्षेत्र की सड़कों पर भी पानी ही पानी नजर आया। सरसावा में अंबाला रोड पर नाला निर्माण के कारण हाईवे पर करीब एक फीट पानी भर गया।