बढ़ गया गंगा-यमुना का जलस्तर, मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा Meerut News
बिजनौर गंगा बैराज से लगभग एक लाख क्यूसेक पानी छोडने से हस्तिनापुर खादर में बाढ़ की आशंका उत्पन्न हो गई है। अन्य बरसाती नदियां भी उफान पर हैं।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 18 Aug 2019 06:18 PM (IST)Updated: Sun, 18 Aug 2019 06:18 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। पहाड़ों और मैदानों को में दो दिन से हो रही मूसलधार बारिश और बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोडने के कारण गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है। बाढ़ की आशंका से आस-पास के गांवों के लोग भयभीत होने लगे हैं। रविवार को बिजनौर गंगा बैराज से लगभग एक लाख क्यूसेक पानी छोडने से हस्तिनापुर खादर में बाढ़ की आशंका उत्पन्न हो गई है। अन्य बरसाती नदियां भी उफान पर हैं। कुछ संपर्क मार्ग व खेतों में पानी घुसने लगा है।
यमुना नदी में आठ लाख क्यूसेक पानी
हथनीकुंड बैराज से करीब आठ लाख क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है, जो मंगलवार दोपहर तक बागपत पहुंचेगा। इस पानी से यमुना में बाढ़ के हालात बन सकते हैं। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है। नदी किनारे गांवों में रहने वाले लोग बाढ़ के खतरे से अपना सामान बांधने लगे हैं।
प्रशासन का दावा
प्रशासन का दावा है कि अगर बाढ़ के हालात बने तो लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। सहारनपुर में भी यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। बिजनौर के बढ़ापुर में कुंजेटा मार्ग पर बने रपटे पर पानी के आने से एक दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया। खेतों में पानी भरने से किसान परेशान हैं। पशुओं के चारे का संकट उत्पन्न होने लगा है।
डीएम ने लिया यमुना नदी का जायजा
यमुना नदी में हेडक्वार्टर से लगभग आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाने पर कैराना तहसील के अंतर्गत गांव कलरी में डीएम शामली पहुंचे। उन्होंने यमुना नदी का जायजा लिया। ग्रामीणों को अलर्ट किया व अन्य स्थानों पर शिफ्ट करने की तैयारी की।
यमुना नदी में आठ लाख क्यूसेक पानी
हथनीकुंड बैराज से करीब आठ लाख क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है, जो मंगलवार दोपहर तक बागपत पहुंचेगा। इस पानी से यमुना में बाढ़ के हालात बन सकते हैं। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है। नदी किनारे गांवों में रहने वाले लोग बाढ़ के खतरे से अपना सामान बांधने लगे हैं।
प्रशासन का दावा
प्रशासन का दावा है कि अगर बाढ़ के हालात बने तो लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। सहारनपुर में भी यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। बिजनौर के बढ़ापुर में कुंजेटा मार्ग पर बने रपटे पर पानी के आने से एक दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया। खेतों में पानी भरने से किसान परेशान हैं। पशुओं के चारे का संकट उत्पन्न होने लगा है।
डीएम ने लिया यमुना नदी का जायजा
यमुना नदी में हेडक्वार्टर से लगभग आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाने पर कैराना तहसील के अंतर्गत गांव कलरी में डीएम शामली पहुंचे। उन्होंने यमुना नदी का जायजा लिया। ग्रामीणों को अलर्ट किया व अन्य स्थानों पर शिफ्ट करने की तैयारी की।
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