रोहित हत्याकांड : तो गांव से पलायन को होंगे मजबूर, एसपी से मिल ग्रामीणों ने की ये मांग Baghpat News
रोहित हत्याकांड ग्रामीणों ने एसपी से की केस की निष्पक्ष जांच की मांग। एसपी ने दिया निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन।
बागपत, जेएनएन। ग्यासरी उर्फ गाधी के रोहित हत्याकांड के मामले में एसपी से मिले ग्रामीणों ने केस में कई निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया। केस की निष्पक्ष जांच करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि न्याय नहीं मिला तो निर्दोष लोग गांव से पलायन को मजबूर होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
यह था मामला
ग्यासरी उर्फ गाधी की पूर्व प्रधान सुनीता देवी के रिश्ते के पोते रोहित उर्फ रवित की हत्या के मामले में आरोपितों की हिमायत में ग्रामीण गुरुवार को एसपी से मिले। ग्र्रामीणों का कहना है कि गत 25 जुलाई को गांव में रोहित पक्ष ने रामवीर के परिवार के साथ गाली-गलौज करते हुए जानलेवा हमला किया गया था। दोनों पक्षों ने कोतवाली पर एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। विवश होकर गांव के कुछ संभ्रांत व्यक्तियों द्वारा दोनों पक्षों में फैसला कराने की कोशिश की जा रही थी। तीन अगस्त की दोपहर पंचायत होनी थी। आरोप है कि पंचायत से पहले ही रोहित बाहरी बदमाशों के साथ गाली-गलौज करते हुए पंचो व रामवीर पक्ष के लोगों को मारने की फिराक में घूम रहा था। इनमें हिस्ट्रीशीटर राहुल गेज्जा भी शामिल था। रामवीर पक्ष ने घेरकर रोहित की हत्या कर दी थी तथा अन्य बदमाश भागने में कामयाब हो गए थे। उनका कहना है कि इस घटना में राजू व अन्य कई लोगों को गांव की राजनीति के चलते फंसाया गया है, जबकि घटना के समय उक्त लोग वहां पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने कहा कि केस में कई निर्दोष लोगों को फंसाया गया है। केस की निष्पक्ष जांच की जाए। चेतावनी दी कि न्याय नहीं मिला तो निर्दोष लोग गांव से पलायन को मजबूर होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस मौके पर राजकुमार, सुशील, गंगास्वरूप, श्रीभगवान, शिवकुमार, डॉक्टर सूरज, हिमांशु, आनंद, सुखवीर, राजीव, टिंकू आदि मौजूद रहे। उधर एसपी अभिषेक सिंह ने उनको आश्वासन दिया कि केस की निष्पक्ष विवेचना होगी। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।