Hariom Anand suicide case: मानसी आनंद और ललित से बातचीत की वीडियो हुई वायरल Meerut News
हरिओम आनंद की मौत से एक दिन बाद मानसी आनंद और शेयर होल्डर ललित भारद्वाज की बातचीत की ऑडियो को सभी शेयर होल्डर ने अपने बयान का हिस्सा बनाया।
मेरठ, जेएनएन। हरिओम आनंद की मौत से एक दिन बाद मानसी आनंद और शेयर होल्डर ललित भारद्वाज की बातचीत की ऑडियो को सभी शेयर होल्डर ने अपने बयान का हिस्सा बनाया। साथ ही ऑडियो को वायरल कर दिया। ऑडियो में 28 जून को सुबह 7.48 बजे मानसी ने ललित भारद्वाज को हरिओम आनंद की मौत की जानकारी दी। मानसी और ललित भारद्वाज की बातचीत बयां कर रही है कि उस समय तक दोनों पक्षों में कोई विवाद नहीं था। उसके बाद मानसी के बयान को अखबार में पढऩे के बाद नौ बजे ललित ने मानसी को कॉल की। तब भी मानसी ने नकारती रही कि शेयर होल्डर का कोई दबाव उनके ऊपर नहीं है। ललित के बार बार कहने पर भी मानसी ने बताया कि ऐसा उसने कोई बयान ही नहीं दिया है। यानि उक्त ऑडियों से लग रहा है शेयर होल्डर और मानसी के रिश्ते सही हैं। लेकिन चंद घंटों में ऐसा क्या हुआ कि मानसी ने शेयर होल्डरों ने निशाने पर ले लिया। मानसी आनंद का कहना है कि पिता का शव सामने पड़ा हो, चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई हो, ऐसे में वह डर गई थी कि, जो शेयर होल्डर उसके पिता को आत्महत्या के लिए मजबूर कर सकते है, वह उनके बाकी परिवार को भी नुकसान कर सकते है। उस समय इतनी दहशत थी कि कोई निर्णय नहीं ले पा रही थी। शेयर होल्डरों से डर कर ही बात की गई। पिता के अंतिम संस्कार के बाद हिम्मत आई कि पिता के कातिलों को माफ नहीं करेगी।
जीएस सेठी ने कहा था हरिओम आनंद का ध्यान रखना
मानसी और ललित की बातचीत में शेयर होल्डर जीएस सेठी का भी जिक्र किया गया, जिसमें मानसी ने कहा कि अभी दो दिन पहले सेठी अंकल का फोन आया था। उन्होंने कहा कि बेटा कोविड-19 से पापा का ध्यान रखना। जीएस सेठी ने इस बातचीत को भी अपने बयान का हिस्सा बनाया है। उन्होंने बताया कि मानसी मेरे बच्चों की तरह है, वह ऐसा कैसे सौच सकती है।
जल्द जांच रिपोर्ट कप्तान को सौंप देंगे
हरिओम आत्महत्या प्रकरण की जांच कर रहे एसपी सिटी अखिलेश नारायण ङ्क्षसह ने बताया कि शिकायत कर्ता और आरोपित बनाए गए सभी पक्षों के बयान दर्ज कर लिए है। सभी ने अपनी तरफ से साक्ष्य भी प्रस्तुत किए है। उनके बयान और दिए गए साक्ष्यों पर मंथन किया जा रहा है, सभी तथ्यों को आधार बनाते हुए जल्द ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो कप्तान को जल्द ही सौंप देंगे। उसके बाद कप्तान ही इस मामले में स्वत संज्ञान लेंगे।
निष्पक्षकता के आधार पर जांच
हरिओम आनंद प्रकरण में पुलिस पूरी तरह निष्पक्षकता के आधार पर जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। दोषी को बख्शा नहीं जाएंगा। साथ ही निर्दोष को फंसाया नहीं जाएंगे। इस जांच की मॉनीटरिंग खुद एसएसपी को दी गई है। -राजीव सभरवाल, एडीजी जोन