गेहूं खरीद केंद्र पर दबंगाई दिखाने पर किसानों का हंगामा
हस्तिनापुर रोड स्थित नवीन मंडी में यूपीएसएस द्वारा संचालित गेहूं खरीद केंद्र पर व्य
मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर रोड स्थित नवीन मंडी में यूपीएसएस द्वारा संचालित गेहूं खरीद केंद्र पर व्यवस्था बेपटरी हो रही है। रजिस्ट्रेशन के पांच दिन बाद गेहूं तुलवाने का नंबर आ रहा लेकिन ऐसे में कुछ लोग दबंगाई दिखाते हुए बिना नंबर से तौल रहे हैं। आखिर बुधवार दोपहर किसानों का सब्र का बांध टूट गया और हंगामा खड़ा कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंची और दबंगाई दिखा रहे लोगों को हड़काया तब मामला शांत हुआ।
पिछले वर्ष-2020 में गेहूं सरकारी रेट से 400से 500 रुपये कम दामों पर मंडी व बाजार भाव में बिका था। इस बार गेहूं का बाजार भाव सरकारी भाव के बराबर रहने की उम्मीद थी, लेकिन जब सरकार द्वारा इस बार भी मुफ्त गेहूं देने की घोषणा की गई तो गेहूं उत्पादकों के माथे पर पसीने आ गए। जिसके बाद सरकारी केंद्रों पर गेहूं लेकर पहुंचने वालों की लंबी लाइन लग गयी। अब पहले गेहूं तुलवाने को मारामारी मची हुई है। वहीं, रजिस्ट्रेशन के पांच दिन बाद नंबर आ रहा है। जिसके चलते केंद्रों से लाइन नहीं छट रही है। मवाना स्थित नवीन मंडी में यूपीएसएस के केंद्र पर बुधवार को देखने को मिला कि कुछ किसान दबंगाई दिखाते हुए गेहूं तुलवा गए। जबकि कई दिन से नंबर के इंतजार में मंडी में ही रुक कर किसानों का सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने ततीना के किसानों पर बिना नंबर के गेहूं तुलवाने पर हंगामा खड़ा कर दिया। केंद्र प्रभारी हरेंद्र को भी व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाया।
सूचना पर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह राठौर पुलिस बल के साथ पहुंच गए और बिना टोकन के गेहूं नहीं तौलने की केंद्र प्रभारी को हिदायत दी तब मामला शांत हुआ नंबर से गेहूं तौल शुरू हुई। रजिस्ट्रेशन से दोगुना पहुंच रहा गेहूं
खरीद केंद्र प्रभारी हरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रतिदिन लगभग 700 कुंतल गेहूं आ रहा है। जबकि कम्प्यूटर में फीडिंग मात्र 350 कुंतल गेहूं की ही हो पा रही है। इस बाबत अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है। बुधवार को गेहूं तौल के लिए सुबोध, विनोद, करतार, सुलेमान को टोकन दिया गया है। यहां केंद्र पर अब तक 15183.50 कुंतल गेहूं खरीदा जा चुका है।
-अन्य दो केंद्रों पर भी टोकन से हो रही खरीद
खाद्य एवं रसद विभाग के क्रय केंद्र पर दस हजार कुंतल व आदर्श बहुद्देशीय के केंद्र पर नौ हजार कुंतल गेहूं की खरीदा जा चुका है। इन पर भी टोकन से ही खरीद की जा रही है।