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मेरठ से यूपी पीएसी को मिले 965 जवान, शारीरिक दूरी के साथ पासिंग आउट परेड,शिवम बने सर्वांग सर्वोत्तम

मेरठ पुलिस लाइन के अलावा छठी और 44वीं वाहिनी में हुई पीओपी। वाहिनी में जाने के बाद जवानों को मिलेगा तीन दिन का अवकाश।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 11:49 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 11:49 PM (IST)
मेरठ से यूपी पीएसी को मिले 965 जवान, शारीरिक दूरी के साथ पासिंग आउट परेड,शिवम बने सर्वांग सर्वोत्तम
मेरठ से यूपी पीएसी को मिले 965 जवान, शारीरिक दूरी के साथ पासिंग आउट परेड,शिवम बने सर्वांग सर्वोत्तम

मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पीएसी (प्रोङ्क्षवशियल आम्र्ड कांस्टेबुलरी) को गुरुवार को मेरठ से 965 जवान मिले। जिले में तीन स्थानों पर पाङ्क्षसग आउड परेड (पीओपी) हुई। पुलिस लाइन में एडीजी और छठी छठी-44वीं वाहिनी में सेनानायकों ने उन्हें दायित्व की शपथ दिलाई। इस दौरान शारीरिक दूरी का भी पालन किया गया। कोरोना के चलते इस बार जवानों के परिजनों ने पीओपी में शिरकत नहीं की। वहीं, परेड ग्राउंड से ही जवानों का अलग-अलग वाहिनी में भेजा गया।

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पुलिस लाइन में छह माह की ट्रेङ्क्षनग के बाद 284 जवानों की परेड हुई। बारिश के चलते ग्राउंड में पानी भरा था, इसलिए रातभर उसे सुखाया गया। गुरुवार सुबह एडीजी राजीव सभरवाल ने सलामी ली। इस दौरान एडीजी ने उनको दायित्वों की शपथ दिलाते हुए अनुशासन का पाठ पढ़ाया। कहा कि मेहनत, ईमानदारी और परिश्रम से ही जीवन में सफलता प्राप्त होती है। आरआइ होरी लाल ङ्क्षसह ने बताया कि पुलिस लाइन में 293 रंगरूटों ने आमद दर्ज कराई थी। दो रंगरूट तीस दिवसीय अवकाश के बाद लौटे तो उनको वाहिनी में ही लौटा दिया था। इसके अलावा एक का अवर अभियंता के पद पर चयन हो गया था और पांच ने पारिवारिक कारणों से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, एक रंगरूट परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया था, इसलिए 284 रंगरूट शामिल हुए। इस दौरान आइजी प्रवीण कुमार, एसएसपी अजय साहनी, एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। वहीं, एडीजी ने सभी जवानों को तीन दिन के अवकाश की घोषणा की। वाहिनी में आमद दर्ज कराने के बाद उनको छुट्टी मिलेगी।

शिवम बने सर्वांग सर्वोत्तम

छह माह के प्रशिक्षण के दौरान शिवम चौधरी ने आउटडोर व इनडोर में बेहतरीन प्रदर्शन किया, इसलिए वह सर्वांग सर्वोत्तम चुने गए। शस्त्र प्रशिक्षण में समरजीत ङ्क्षसह प्रथम, फील्ड क्राफ्ट प्रशिक्षण में राहुल ङ्क्षसह, साक्षात्कार प्रथम में नीरज कुमार सारस्वत अव्वल रहे। प्रथम परेड कमांडर सचिन कुमार, द्वितीय परेड कमांडर पालेंद्र ङ्क्षसह और तृतीय परेड कमांडर आशीष कुमार रहे। वहीं, सर्वोत्तम उपनिरीक्षक अध्यापक सीमा ङ्क्षसह, सर्वोत्तम आइटीआइ विनोद कुमार और सर्वोत्तम पीटीआइ विनोद कुमार रहे। प्रथम आने वाले जवानों को एडीजी ने सम्मानित किया।

44वीं वाहिनी में 337 ने ली शपथ

छह माह के प्रशिक्षण के बाद हापुड़ रोड स्थित 44वीं वाहिनी पीएसी में 337 रंगरूटों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल रखा गया। मुख्य अतिथि सेनानायक सूर्यकांत त्रिपाठी ने सलामी ली। परेड ग्राउंड पर पुलिस की वेशभूषा में 12 टोलियों ने स्वागत किया। परेड कमांडर (रंगरूट) रोहित कुमार ने सलामी दिलाई। उप सेना नायक देवेंद्र भूषण ने बताया कि छह माह के प्रशिक्षण के दौरान 150 रंगरूट आठवीं वाहिनी बरेली और 24वीं वाहिनी मुरादाबाद से दो सौ रंगरूट आए थे। अंतिम परीक्षा में 237 उत्तीर्ण हुए, जबकि 13 अनुत्तीर्ण रहे। मोहम्मद इमरान, अंकित कुमार, जय भीम गौतम, कुवेंद्रपाल ङ्क्षसह, वीरेंद्र इनडोर विषयों में प्रथम स्थान पर रहे। उत्तम ङ्क्षसह, रियाज, अमन कुमार, प्रताप ङ्क्षसह, जतिन चौधरी आउट डोर में प्रथम रहे। सेना नायक ने प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले रिक्रूट को ट्राफी एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान सहायक सेना नायक इंदु सिद्धार्थ, सुभाष चंद, जगदीश ङ्क्षसह, अर्जुन ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।

छठी वाहिनी में 344 ने ली शपथ

रुड़की रोड स्थित छठी वाहिनी में भी गुरुवार को 344 रंगरूटों ने शपथ ली। परेड की सलामी सेनानायक मनोज कुमार सोनकर ने ली। उन्होंने जवानों को ईमानदारी और परिश्रम का पाठ पढ़ाया। कहा कि पीएसी का हिस्सा बनने के बाद आपकी समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। जीवन में अनुशासन सफलता का मूलमंत्र है। सहायक सेना नायक ब्रह्म ङ्क्षसह ने बताया कि कुल 350 रिक्रूट आए थे। इनमें से दो पारिवारिक कारणों से लौट गए। तीन रंगरूट परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए, जबकि एक प्रशिक्षण के दौरान जख्मी हो गया था। प्रशिक्षण के दौरान कपिल कुमार सर्वांग सर्वोत्तम रहे। परेड के दौरान शारीरिक दूरी का पालन किया गया। इस दौरान शिविर पाल मोहम्मद नदीम, सूबेदार सैन्य सहायक खुशीराम, आरटीसी प्रभारी सुरेंद्र पाल ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।


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