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UP Election 2022: भाजपा ने ब्राह्मणों का सम्मान के साथ अपमान भी किया, मेरठ में बोले- महामंडलेश्वर यतीनद्रानंद गिरि महाराज

UP Vidhan Sabha Election 2022 मेरठ में महामंडलेश्वर स्वामी यतीनद्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि अकेले उत्‍तर प्रदेश में ही 18 प्रतिशत ब्राह्मण हैं उन्हें भाजपा ने नजरअंदाज कर दिया गया है। इससे नाराज ब्राह्मण समाज सोच रहा है कि अब किधर जाएं।

By Parveen VashishtaEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 03:50 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 03:50 PM (IST)
UP Election 2022: भाजपा ने ब्राह्मणों का सम्मान के साथ अपमान भी किया, मेरठ में बोले- महामंडलेश्वर यतीनद्रानंद गिरि महाराज
महामंडलेश्वर यतीनद्रानंद गिरि जी महाराज मेरठ में

मेरठ, जागरण संवाददाता। भाजपा नेता सुनील भराला के कार्यालय में पहुंचे जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतीनद्रानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि भाजपा में ब्राह्मणों का सम्मान के साथ अपमान भी हो रहा है।

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पत्रकारों से वार्ता में महामंडलेश्वर ने कहा कि भाजपा में ब्राह्मणों का सम्मान के साथ अपमान भी हो रहा है। ब्राह्मण समाज को पहले कांग्रेस, फिर बसपा और अब भाजपा में अपमानित होना पड़ रहा है। कुछ जाट नेताओं के दबाव में भाजपा ने वेस्ट यूपी में 21 जाट नेताओं को टिकट देकर यह साबित भी कर दिया है। 

भाजपा ने ब्राह्मणाेें को यूपी में नजरअंदाज किया  

महामंडलेश्वर स्वामी यतीनद्रानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि रालोद जाट समाज की पार्टी है, उसके बावजूद जाट समाज के नेता अन्य पार्टियों में भी महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं। यह भी सच है कि रालोद ने कभी जाट समाज का उद्धार नहीं किया। भाजपा नेताओं ने सौ जाट नेता बुलाए, मगर अकेले उत्‍तर प्रदेश में ही 18 प्रतिशत ब्राह्मण संख्या है, उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया, जिस वजह से ब्राह्मण समाज भाजपा से नाराज होने के साथ सोच रहा है कि अब किधर जाएं।

सुनील भराला को बताया वेस्ट यूपी में ब्राह्मणों का नेता

महामंडलेश्वर ने वेस्ट यूपी में ब्राह्मणों का नेता सुनील भराला को बताते हुए कहा कि टिकट वितरण में सुनील का नाम शामिल था। मगर, राजनीति का शिकार भी भराला को होना पड़ा। अगर देश की बात करें तो भारत में ही ब्राह्मण समाज को सही सम्मान नहीं मिल पा रहा है। अब सिर्फ जाट, गूजर, एससीएसटी जैसे समाज की बात होती है। राजनीति में ब्राह्मणों को मतों के अनुसार सम्मान मिलना चाहिए। समाज चुप है, मगर मंथन कर रहा है। उत्तराखंड़ और उत्तर प्रदेश में पहले भाजपा नेताओं ने संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया तो सत्ता में हैं। ऐसे ही फिर दोबारा से संतों के आशीर्वाद से ही सत्ता का सुख भोगने को मिलेगा। चापलूस नेताओं से भाजपा को दूरी बनानी होगी। 

भाजपा में आया राम और गया राम की तर्ज पर आ-जा रहे

महामंडलेश्वर ने कहा कि भाजपा में इस दौरान आया राम और गया राम की तर्ज पर नेता आ जा रहे हैं। वहीं कुछ नेता चुनावी मौसम वैज्ञानी के आधार पर अपनी राजनीति साधने में जुटे हैं। मगर, चापलूस व सत्ता भोग नेताओं से भाजपा को दूरी बनाने की जरूरत है।


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