अवैध शराब कांड : बागपत और मेरठ पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू, कहा- विधानसभा में उठाएंगे मामला
राब कांड में हुई प्रशासन की तरफ से लापरवाही को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला। बागपत में पीड़ितों से बात करते हुए उन्होने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे।
मेरठ, जेएनएन। प्रदेश (UP) कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू बागपत और मेरठ (Baghpat and Meerut) में शुक्रवार को अचानक से पूर्व में सूचना के बिना ही पहुंचे। इस दौरान इन्होने शराब पीने से हुई मौत के मामले को लेकर पीडित परिवारों से बात की। साथ ही शराब कांड में हुई प्रशासन की तरफ से लापरवाही को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला। बागपत में पीड़ितों से बात करते हुए उन्होने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे। परिजनों को सांत्वाना दी व एक बंद लिफाफे में आर्थिक सहायता दी। साथ ही सरकार से मृतक परिजनों को दस-दस लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने की मांग की। वहीं मेरठ में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने इस घटना को दबाने का प्रयास किया है। इस घटना पर सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए थी, पर सरकार ने नहीं किया।
सरकार के कई लोग इस धंधे में शामिल: लल्लू
परिजनों से मिलने के बाद अजय कुमार लल्लू ने बताया कि हरियाणा में निर्मित अवैध शराब प्रशासन की मिलीभगत से काफी समय से क्षेत्र में बिक रही है। सरकार के तमाम लोग इस खेल में शामिल है। इसमें करोड़ो का खेल है। बिना सरकारी सरंक्षण के पूरे प्रदेश में यह अवैध शराब नहीं बिक सकती। पहले भी सहारनपुर, बाराबंकी, लखनऊ सहित अन्य जनपदों मे जहरीली शराब पीने से मौत होने की घटना हुई थी। संसद में मुद्दा उठाने के बाद सरकार ने छोटे-मोटे स्थानीय लोगों पर कार्यवाही कर खानापूरी की थी। लेकिन जो बड़े और सफेदपोश लोग इस खेल मे शामिल थे, उनपर मुख्यमंत्री मेहरबान है। उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।
दस-दस लाख रुपये और सरकारी नौकरी की मांग
सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन कर जांच होनी चाहिए। जो बड़े सफेदपोश, बड़े अधिकारी इस खेल में शामिल है उनको चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। मेरी सरकार से मांग है जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है उनकों दस-दस लाख रूपये की सरकारी मदद व एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देनी चाहिए। और जो बड़े लोग इस खेल में शामिल है उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। यदि आने वाले समय मे उनकी सरकार सत्ता में आयेगी, तो पीडि़त स्वजनों की आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी दी जायेगी। वहीं इस धंधे में शामिल बड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
एसपी और डीएम को हटाने की मांग
प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। बागपत व अन्य जिलों में भी जहरीली शराब का कारोबार हो रहा है। कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि बड़े शराब माफियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? सरकार से छह लोगों की मौत का जिम्मेदारी डीएम व एसपी को हटाकर तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की। पूर्व विधायक पंकज मलिक, वीरेंद्र सिंह गुड्डू, डा. यूनुस चौधरी, राकेश शर्मा, अनिल देव त्यागी, शक्ति सिंह, वकील अहमद, कृष्णा व नइमा आदि शामिल रहे।