यूपी चुनाव 2022: मुजफ्फरनगर में इस बार सौरभ स्वरूप लड़ेंगे विरासत की जंग, 55 साल से राजनीति में है यह परिवार
UP Assembly Election 2022 उद्यमी स्वरूप परिवार को रिकार्ड छठी बार विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिला है। 55 साल से राजनीति में है स्वरूप परिवार। तीन बार विधायक रहे पिता चितरंजन स्वरूप भाई दो बार हारे।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। उद्यमी स्वरूप परिवार को रिकार्ड छठी बार विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिला है। सपा के कद्दावर नेता और पूर्व राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप के छोटे बेटे सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी को इस बार विरासत की जंग लड़नी होगी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रालोद के सिंबल पर सौरभ को टिकट दिया है। इससे पहले दो बार उनके भाई गौरव चुनाव लड़ चुके हैं।
स्वरूप परिवार करीब 55 साल से राजनीति में है। वर्ष 1967 में पूर्व राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप के बड़े भाई विष्णु स्वरूप ने सदर सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और विधायक बने। 1974 में चितरंजन स्वरूप पहली बार विधानसभा पहुंचे। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीतते रहे।
सदर सीट पर वर्ष 2002 और वर्ष 2012 में चितरंजन स्वरूप सपा के टिकट पर चुनाव जीते। उनके निधन के बाद 2016 के उपचुनाव में चितरंजन स्वरूप के बड़े बेटे गौरव स्वरूप को टिकट दिया गया, लेकिन वह भाजपा प्रत्याशी कपिल देव अग्रवाल से हार गए। 2017 में भी यही हुआ।
इस बार वह फिर से दावेदार थे। उनके छोटे भाई सौरभ स्वरूप ने भी दावेदारी की और उन्हें टिकट मिल गया। पहले गौरव स्वरूप का चुनाव मैनेजमेंट सौरभ देखते थे। सौरभ स्वरूप को भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल समेत बसपा और कांग्रेस प्रत्याशी से मुकाबला करना है। उनके पास सिंबल रालोद का है।