यूपी चुनाव 2022: जानिए क्यों गुलाम के पर्चे पर दो घंटे अटकी रहीं गठबंधन नेताओं की सांसें, ये 15 नामांकन हुए निरस्त
UP Chunav 2022 रालोद प्रत्याशी गुलाम मोहम्मद के नामांकन पर दो घंटे से ज्यादा समय तक रस्साकशी चली। 8.56 लाख बकाया जमा करने के बाद बचा नामांकन। 15 नामांकन निरस्त चुनाव मैदान में बचे 81 प्रत्याशी। सिवालखास से रालोद प्रत्याशी के नामांकन पर दो ने लगाई आपत्ति।
मेरठ, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्रों की जांच के दौरान सिवालखास विधानसभा क्षेत्र से रालोद प्रत्याशी गुलाम मोहम्मद के नामांकन पर दो घंटे से ज्यादा समय तक रस्साकशी चली। इस दौरान गठबंधन नेताओं की सांसें अटकी रहीं। भाजपा प्रत्याशी समेत दो लोगों ने जिला सहकारी बैंक का ऋण और नगर निगम का टैक्स का कुल 8.56 लाख रुपया बकाया होने के बावजूद झूठा शपथपत्र देने का आरोप लगाया और नामांकन निरस्त करने की मांग की। निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें एक घंटे की मोहलत दी। गुलाम मोहम्मद ने नो ड्यूज प्रस्तुत किया। जिसके बाद उनका नामांकन निरस्त होने से बचा। सातों विधानसभा क्षेत्रों में जांच के दौरान 15 नामांकन पत्र निरस्त हुए। अब 81 प्रत्याशी मैदान में हैं।
सातों विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचन अधिकारियों ने प्रत्याशियों के सामने जांच की तथा खामियों को लेकर नोटिस जारी किए। सिवालखास सीट के नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई तो तैय्यब अली ने आपत्ति दाखिल करके रालोद प्रत्याशी गुलाम मोहम्मद के नामांकन पत्र के साथ झूठा शपथपत्र लगाने का आरोप लगाया। बताया कि गुलाम मोहम्मद पर जिला सहकारी बैंक का 3,30,534 रुपया ऋण का बकाया है। शास्त्रीनगर में हापुड़ रोड स्थित उनके विवाह मंडप हमसफर पर नगर निगम का हाउस टैक्स और वाटर टैक्स का 5,26,102 रुपया बकाया है। जिसे उन्होंने जमा नहीं किया और शपथपत्र में इसे छिपा लिया है। भाजपा प्रत्याशी की ओर से भी गुलाम मोहम्मद के नामांकन पर आपत्ति दाखिल कर नामांकन निरस्त करने की मांग की गई। आपत्ति की जानकारी होते ही प्रत्याशी और सपा रालोद गठबंधन के प्रमुख पदाधिकारियों में खलबली मच गई। आनन-फानन में दोनों स्थानों पर बकाया राशि जमा कराकर रसीद और नोड्यूज लिया और निर्वाचन अधिकारी को सौंपा। निर्वाचन अधिकारी एसीएम सिविल लाइन सत्यप्रकाश ने बताया कि गुलाम मोहम्मद को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया। जिला सहकारी बैंक और नगर निगम से भी इस आपत्ति पर रिपोर्ट मंगाई गई। दोनों स्थानों से बकाया आज ही जमा कर दिए जाने की रिपोर्ट भेजी गई। गुलाम मोहम्मद ने बताया कि बैंक का ऋण फैज-ए-आम इंटर कालेज के कर्मचारियों पर है। वह कालेज से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। विवाह मंडप का कामकाज देखने वाले व्यक्ति ने उन्हें निगम के बकाया टैक्स की जानकारी नहीं दी थी। जिसके चलते भूलवश इसका जिक्र शपथपत्र में नहीं किया जा सका। नियमों का अध्ययन करने के बाद उनके नामांकन को स्वीकृति दे दी गई।
बसपा के दो प्रत्याशियों पर भी रहा भ्रम
सिवालखास सीट में ही दो प्रत्याशियों द्वारा बसपा की ओर से नामांकन पत्र दाखिल कराए गए थे। जिसे लेकर भ्रम बना था। निर्वाचन अधिकारी सत्यप्रकाश ने बताया कि प्रत्याशी नजाकत अली ने अपने शपथपत्र में बसपा का नाम लिखा था लेकिन नामांकन के साथ पार्टी का सिंबल जमा नहीं किया था। उसे तभी नोटिस दिया गया था। जवाब भी मिल गया था। उसपर आज निर्णय लिया गया। पार्टी का सिंबल उपलब्ध न होने के कारण उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मान्यता दी गई है।
15 नामांकन निरस्त, चुनाव
मैदान में 81 प्रत्याशी
जांच प्रक्रिया के बाद कुल 15 नामांकन पत्र निरस्त किए गए। इसके बाद जनपद की सात विधानसभा सीटों पर अब 81 प्रत्याशी रह गए हैैं।
इनके निरस्त हुए नामांकन
मेरठ कैंट (पांच): बिंदु कुमारी लोक जनशक्ति पार्टी, जानी पाल आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), धर्मराज छाबडिय़ा स्वतंत्र जनताराज पार्टी, सन्नी गुप्ता निर्दलीय, ब्रिजेश कुमार गुप्ता निर्दलीय
मेरठ शहर (एक) : अशोक निर्दलीय
मेरठ दक्षिण (पांच) : रामशरण सैनी लोक जनशक्ति पार्टी, मुकेश सर्वजन लोकशक्ति पार्टी, शालिनी निर्दलीय, रवि भट्टï निर्दलीय, प्रभाष सरकार निर्दलीय
हस्तिनापुर (दो): शशि मिहिर सेना, रविंद्र कुमार लोक जनशक्ति पार्टी
सिवालखास (दो) : रफत आल इंडिया मजलिश ए इत्तेहाद मुसलमीन (इनके दो नामांकन में से एक निरस्त एक स्वीकृत), शिवम शर्मा निर्दलीय
सरधना : कोई नहीं
किठौर : कोई नहीं
विधानसभावार वैध और निरस्त नामांकन पत्रों की संख्या
विधानसभा का नाम वैध नामांकन निरस्त हुए
मेरठ कैंट 13 05
मेरठ दक्षिण 11 05
किठौर 13 00
हस्तिनापुर 08 02
सरधना 11 00
सिवालखास 13 02
मेरठ शहर 12 01
कुल 81 15