यूपी चुनाव 2022: नामांकन पत्र भरते समय इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो रद हो सकता है फार्म
UP Assembly Elections 2022 विधानसभा चुनावों में मुकाबला करने वाले ध्यान दीजिए। मैनुअल या फिर आनलाइन नामांकन पत्र भरते कई सावधानी आपको बरतनी होगी। नोमिनेशन के दौरान एक भी कालम खाली छोड़ने पर नामांकन पत्र रद भी हो सकता है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। UP Assembly Elections 2022 इस बार विधानसभा चुनाव मैनुअल या फिर आनलाइन नामांकन पत्र भरने की सुविधा निर्वाचन आयोग ने प्रदान की है। साथ ही कई तरह के नियम भी निर्धारित किए हैं। नामांकन के दौरान एक भी कालम खाली छोडऩे पर फार्म रद किया जा सकता है। इसीलिए इस बार नामांकन पत्र भरते वक्त बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है।
इन नियमों का करें पालन
- आपराधिक रिकार्ड का ब्योरा अनिवार्य रूप से देना होगा।
- आनलाइन फार्म भरने के बाद प्रिंट आउट रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में जमा कराना होगा।
- पांच रंगीन फोटो दो बाई ढाई सेमी की। फोटो पर प्रत्याशी के हस्ताक्षर होने चाहिए।
- प्रस्तावकों का वोटर कार्ड लगेगा। कार्ड की प्रमाणित छायाप्रति रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी की जाएगी। प्रस्तावक उसी विधानसभा क्षेत्र का निवासी होना चाहिए।
- जमानत धनराशि को मैनुअल या फिर ई-चालान से जमा किया जा सकता है।
- एक प्रत्याशी द्वारा चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया जा सकता है। जमानत धनराशि एक ही बार जमा होगी।
- नाामांकन पत्र के साथ प्रारूप-26 के सभी कालम को अनिवार्य रूप से भरना होगा। एक भी कालम रिक्त छोडऩे पर नामांकन पत्र का सेट रद हो सकता है।
- रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जो भी सूचनाएं मांगी जाएंगी, उसे तत्काल उपलब्ध कराना होगा।
- प्रत्याशी को पूरा पता, मोबाइल नंबर जिसमें वाट्सएप चलता हो और ई-मेल आइडी रिटर्निंग अधिकारी को उपलब्ध करानी होगी।
- प्रत्याशी को हर तरीके की चुनाव प्रचार सामग्री की जानकारी रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में देनी होगी।
- रिटर्निंग अधिकारी की अनुमति से नामांकन पत्र प्रस्तुत करने में अगर नाम गलत अंकित हो गया है तो उसमें संशोधन कराया जा सकता है।
- प्रत्याशी द्वारा कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। न ही 15 जनवरी तक रैली और जनसभा की जाएगी।
- नामांकन पत्रों की जांच के दिन प्रस्तावकों को उपस्थित रहना होगा।
अधिकारियों ने किया दौरा
वहीं शुक्रवार को कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह, आइजी प्रवीण कुमार और डीएम के. बालाजी नामांकन स्थलों का निरीक्षण करने पहुंचे। अधिकारियों ने सातों नामांकन स्थलों का निरीक्षण किया और वहां तैनात अधिकारियों को व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए निर्देशित किया। इस बीच पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी है और हर आने-जाने वालों को कम से कम दस सवालों का सामाना करके ही संतोषजनक जवाब देने पर अनुमति मिल पा रही है।
बदल गया सरकारी कार्यालयों का माहौल
शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही सरकारी विभागों पर इसका सीधा असर नजर आया। विकास भवन से लेकर कलक्ट्रेट में तैनात कर्मचारियों ने गुहार लेकर आने वालों को वापस भेजना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने निर्वाचन से संबधित कार्य में लगे होना आदि बहाने बनाने शुरू कर दिए हैं।