UP Board result: छात्रों को पास करने के लिए छह स्कूलों ने भेजे सुझाव, अधिकतम अंक से घोषित हो परिणाम
कोरोनावायरस के कारण वजह से इस बार यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा नहीं कराई गई। बगैर परीक्षा के पूर्व कक्षाओं के अंक के आधार पर छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा। किस पैटर्न पर अंक दिया जाना है। इस संबंध में सुझाव मांगे गए थे।
मेरठ, जेएनएन। UP Board result कोविड महामारी की वजह से इस बार यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा नहीं कराई गई। बगैर परीक्षा के पूर्व कक्षाओं के अंक के आधार पर छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा। किस पैटर्न पर अंक दिया जाना है। इसे लेकर अलग-अलग जिलों के स्कूलों के प्रधानाचार्य से सुझाव भी मांगे गए हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने मेरठ के छह स्कूलों के प्रधानाचार्य से छात्रों के मूल्यांकन को लेकर रविवार छह जून की शाम तक सुझाव देने को कहा था। नवभारत इंटर कालेज परतापुर, डीएन इंटर कालेज, किसान कन्या इंटर कालेज कंकरखेड़ा, एसडीएचडीएसवीएम इंटर कालेज गंगानगर, राजकीय कन्या इंटर कालेज हापुड़ रोड, राजकीय हाईस्कूल चिंदौड़ी लावड़ शामिल हैं। स्कूलों की ओर से सुझाव भेज दिए गए हैं।
ये दिए गए सुझाव
- कक्षा 10वीं में प्री बोर्ड, अद्र्धवार्षिक परीक्षा व कक्षा नौ की वार्षिक परीक्षा से हर विषय के अधिकतम अंक को लेकर परिणाम घोषित किया जाए।
- कक्षा 12वीं में प्री बोर्ड, कक्षा 11वीं की अद्र्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा में से हर विषय के अधिकतम अंक को लेकर परिणाम घोषित हो।
- तीनों परीक्षाओं के प्राप्तांक का औसत निकालकर भी परिणाम घोषित किया जा सकता है।
- अगर किसी छात्र का कोई पेपर छूट गया है, तो उस विषय की किसी भी एक परीक्षा के अधिकतम अंक को लेकर परिणाम घोषित किया जा सकता है।
- प्रयोगात्मक परीक्षा छूट गई तो दोबारा से मौका दिया जा सकता है।
- छात्र अगर अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं है तो उसे परीक्षा का मौका दिया जा सकता है।