मेरठ में सवारी वाहनों में हो रहा बिना मास्क असुरक्षित सफर
मेरठ में रोडवेज बसों टैक्सी आदि में कोरोना से बचाव को लेकर दिशा निर्देश को लेकर संजीदगी नहीं दिखाई जा रही है। कई यात्री बिना मास्क के ही यात्रा पूरी कर रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना का संक्रमण बढऩे का वजह शारीरिक दूरी को लेकर बढ़ती लापरवाही भी है। रोडवेज बसों, टैक्सी आदि में कोरोना से बचाव को लेकर दिशा निर्देश को लेकर संजीदगी नहीं दिखाई जा रही है। सवारी से लेकर चालक व परिचालक तक बगैर मास्क के यात्रा कर रहे हैं। शारीरिक दूरी का पालन करने की जगह सभी सीट पर यात्रियों को बिठाया जा रहा है। सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया को भी नहीं अपना रहे हैं। ऐसे में बचाव की प्रक्रिया अपनाने वाले लोगों पर शामत आ रही है।
यात्री बोला सहयात्री से लगता है डर
मुजफ्फरनगर से रोडवेज बस में यात्रा करके मेरठ आए यात्री दीपक ने बताया कि रास्ते में कई लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाए थे, लेकिन कई बिना मास्क के ही मेरठ तक आए। रास्ते में एक बार भी उन्होंने किसी कपड़े से मुंह को ढकने की चेष्टा तक नहीं की। उसके साथ उनका एक साथी भी आया पर तीन सीट होने से तीसरा सहयात्री उन्हीं के पास आकर बैठ गया। जो चेहरे पर मास्क नहीं लगाए हुए था। इसकी वजह से वह वह पूरी राह अनचाहे डर से ग्रसित रहा।
यात्रियों ने कहा
हम तो मास्क लगा लेकर निकले थे, लेकिन आसपास के लोग बिना मास्क के ही घूम रहे है। उनको समझाने पर भी कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है। बचाव खुद से ही किया जा सकता है।
सार्वजनिक जगह (बस, टैक्सी व ट्रेन) पर कई बिना मास्क के घूमते रहते हैं, माने कोरोना से उन्हें खतरा नहीं। ऐसे लोग दूसरे के लिए मुश्किल बढ़ा देते हैं। इन पर कोई रोक-टोक भी नहीं है।