राजकीय स्कूलों में स्मार्ट होगी इस सत्र की पढ़ाई
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) के अंतर्गत संचालित राजकीय इंटर कालेजों में स्मार्ट एजुकेशन के लिए उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।
मेरठ । माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) के अंतर्गत संचालित राजकीय इंटर कालेजों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए इस सत्र में नई पहल की गई है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से राजकीय इंटर कालेजों में स्मार्ट एजुकेशन के लिए स्मार्ट क्लास के उपकरण मुहैया कराए गए हैं। प्राथमिक चरण में जिले के 10 राजकीय इंटर कालेजों और अभिनव विद्यालय को दो-दो स्मार्ट क्लास चलाने के उपकरण प्रदान किए गए हैं। सत्र के शुरू में ही स्कूलों को मिले इन उपकरणों से शिक्षकों ने भी स्मार्ट एजुकेशन के कंटेंट तैयार करना शुरू कर दिया है।
स्मार्ट होगी पढ़ाई, आसान होगा समझना
हर एक स्मार्ट क्लास के लिए स्कूलों को एक-एक लैपटॉप, प्रोजेक्टर और व्हाइट बोर्ड मिले हैं। इससे स्कूलों को बच्चों को थ्योरी के साथ ही प्रैक्टिकल दिखाना, उसके बारे में बताना और मोड्यूल के जरिए समझाना आसान होगा। गणित व विज्ञान विषयों के साथ ही इतिहास व भूगोल जैसे विषयों को भी पढ़ाने के दौरान विषय से संबंधित जगहों व पात्रों से जुड़े ऑडियो, वीडियो दिखाना आसान होगा। माध्यमिक शिक्षा में इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी (आइसीटी) बेस्ड लर्निग को बढ़ावा देने की दिशा में इसे एक बेहतर कदम माना जा रहा है।
ऑनलाइन कंटेंट से मिलेगी मदद
यूपी बोर्ड में भी एनसीईआरटी का सिलेबस लागू कर दिया गया है। एनसीईआरटी सिलेबस से संबंधित डिजिटल कंटेंट तमाम वेबसाइटों पर बहुतायत उपलब्ध हैं। इसके साथ ही यू-ट्यूब पर तमाम ऐसे चैनल हैं जहां कक्षा व विषय वार डिजिटल कंटेंट उपलब्ध हैं। स्मार्ट क्लास में बच्चों को इंटरेक्टिव लर्निग से जोड़ने में मदद मिलेगी। जिन स्कूलों में इससे पहले आइसीटी लैबों में स्मार्ट क्लास संचालित की गई वहां बच्चों की तैयारी बेहतर देखने को मिली है।
शिक्षक तैयार कर रहे कंटेंट
राजकीय इंटर कालेजों में सबसे अधिक छात्र संख्या जीजीआइसी हापुड़ रोड में है। यहां डेढ़ हजार से अधिक छात्राएं कक्षा छह से 12वीं तक की कक्षा में पढ़ रही हैं। स्कूल की प्रिंसिपल पूनम गोयल के अनुसार स्कूल में अभी दाखिले की प्रक्रिया भी चल रही है। इस बीच शिक्षिकाएं बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास का कंटेंट तैयार कर रही हैं। अंग्रेजी में विभिन्न विषय के कोर्स मैटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध हैं लेकिन हिदी में कोर्स मैटेरियल खोजना व बनाना चुनौतीपूर्ण है। एक मई से स्कूल में स्मार्ट क्लास संचालित किए जाएंगे।
इन स्कूलों को मिले स्मार्ट क्लास
जिले में जीजीआइसी हापुड़ रोड के अलावा जीआइसी पूटखास, जीआइसी कायस्थ बड्ढा, जीआइसीएस बहरामपुर जानी, जीआइसी कपसाड़, जीआइसी मेरठ, जीजीआइसी किठौर, जीजीआइसी परीक्षितगढ़, जीजीआइसी माधवपुरम, पं. दीनदयाल उपाध्याय इंटर कालेज खरखौदा व कालंद और अभिनव विद्यालय बली को मिले हैं। इनका कहना-
-हमने हर कक्षा के लिए स्मार्ट क्लास उपकरणों की मांग की थी लेकिन फिलहाल पूरे प्रदेश में विद्यालयों को दो-दो ही मिले हैं। इससे राजकीय विद्यालयों में शिक्षण का स्तर सुधारने में मदद मिलेगी और दाखिले भी अधिक होंगे।
-नीरज कुमार, एएओ, जिविनि कार्यालय