Coronavirus: निगेटिव होने के बाद भी जान ले रहा कोरोना, बुलंदशहर में दो की मौत
कोरोना वायरस दिन पर दिन खतरनाक होता जा रहा है। निगेटिव रिपोर्ट आने के बावजूद यह जानलेवा बन रहा है। बुलंदशहर में अब तक दो लोगों की हो चुकी मौत।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना वायरस दिन पर दिन खतरनाक होता जा रहा है। निगेटिव रिपोर्ट आने के बावजूद यह जानलेवा बन रहा है। बुलंदशहर में दो ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें कोरोना पॉजिटिव मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी मौत हो गई।
कुछ दिन पहले जिला अस्पताल का 56 वर्षीय वार्ड ब्वाय संक्रमित हुआ। गंभीर हालत में उसे मेरठ मेडिकल रेफर किया गया। दस दिन इलाज के बाद रिपोर्ट निगेटिव आ गई लेकिन अगले ही दिन उसकी मौत हो गई। गत मंगलवार को सिकंदराबाद क्षेत्र में 55 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इलाज पाकर छह दिन में निगेटिव हो गए थे।
कोविड कंट्रोल टीम के अधिकारी भी इनकी मौत के कारणों पर मंथन कर रहे हैं। दोनों की ट्रीटमेंट हिस्ट्री व अन्य मरीजों की केस हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है, लेकिन कोरोना मुक्त होने के बाद मौत का ठोस कारण पता नहीं लग सका है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की मौत का कारण हार्ट फेल होना आया है। चिकित्सकों का कहना है कि पॉजिटिव मरीजों की मौत के बाद जितने पोस्टमार्टम हुए हैं उनका कारण भी हार्ट फेल ही रहा है।
घबराहट भी मौत का कारण
कोरोना में मौत दो कारणों से हो रही है। पहला, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर होना और दूसरा घबराहट। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद कोई बात मरीज को ऐसी पता चली हो जिससे वह सदमे में आ गया हो।
-डा. परवेंद्र ङ्क्षसह, जिला अस्पताल
जा चुकी 49 की जान
हरसंभव कोशिशों के बावजूद कोरोना से मौत का सिलसिला जारी है। 12 मई को पहली मौत हुई। आठ सितंबर तक जिले में 49 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
2641 हो चुके पॉजिटिव
अब तक जिले में 2641 लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। इनमें 2161 मरीज कोरोना मुक्त होकर डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। 431 एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
इन्होंने कहा.
कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मौत होने के दो मामले सामने आए हैं। पोस्टमार्टम में मौत का कारण हार्ट फेल होना आया है। दोनों का शरीर कमजोर भी था। लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। इनकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी गई है।
-डा. रोहताश यादव, जिला सर्विलांस अधिकारी