PF घोटाले के विरोध में वेस्ट यूपी में बिजलीकर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल शुरू Meerut News
पीएफ घोटाले के विरोध में ऊर्जा निगम के अधिकारी और कर्मचारी सोमवार से 48 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान बिजली आपूर्ति बहाल रहेगी लेकिन बाकी सारे काम बंद रहेंगे।
मेरठ, जेएनएन। पीएफ घोटाले के विरोध में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारी-कर्मचारी सोमवार से 48 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान बिजली आपूर्ति बहाल रहेगी, लेकिन बाकी सारे काम बंद रहेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में सोमवार को सुबह 10 बजे से ऊर्जा भवन में शहर और ग्रामीण क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारी धरने में शामिल होंगे।
दोषियों पर देशद्रोह के केस की मांग
पीएफ घोटाले के दोषियों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने समेत सात सूत्रीय मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। हड़ताल में अभियंता संघ, विद्युत मजदूर पंचायत, राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ, विद्युत कार्यालय सहायक संघ, लेखा कर्मचारी संघ, हाइड्राइलेक्टिक इंप्लाइज एसोसिएशन, बिजली कर्मचारी संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, आशुलिपिक सेवा संघ समेत अन्य संगठन शामिल रहेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि 18 और 19 नवंबर को कार्य बहिष्कार किया गया है। समिति के संयोजक एके सिंह ने बताया कि विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों की मुख्य एक ही मांग है। भविष्य निधि का पैसा सरकार वापस दिलाए।
भूख हड़ताल पर रहेगा कर्मी
संविदा कर्मी विक्रम पुत्र बबली ने सोमवार को भविष्य निधि के लिए भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है। वह नौंचदी बिजलीघर में तैनात है। उसका आरोप है कि वह डी ट्रेडिंग कंपनी का कर्मचारी है। कई बार पीएफ की जानकारी मांगी, लेकिन ठेकेदार ने कोई जवाब नहीं दिया। भविष्य निधि आयुक्त से शिकायत की है। ठेकेदार शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा है।
वैकल्पिक संविदा व्यवस्था पर रहेगी निर्भर
कार्य बहिष्कार के दौरान बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए संविदा कर्मचारी बिजलीघरों में तैनात रहेंगे। इन्हीं पर पूरा दारोमदार रहेगा। कहीं कोई फॉल्ट होता है तो इसे सुधारने में विद्युत अधिकारी-कर्मचारी मदद करेंगे। उनका कहना है कि यह लड़ाई अपने हक के लिए है। इससे जनता को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
दस्ते रखेंगे काम करने वालों पर नजर
कार्य बहिष्कार को सफल बनाने के लिए आइटी और फ्लाइंग दस्ते बनाए गए हैं। आइटी दस्ता सुबह 10 बजे से सक्रिय हो जाएगा, जो कैश काउंटर, सभी प्रकार के पोर्टल के कामकाज, स्टोर व वर्कशाप, राजस्व वसूली समेत ऑनलाइन व्यवस्था पर नजर रखेंगे। वहीं, फ्लाइंग दस्ता सुबह नौ बजे से सक्रिय हो जाएगा। अपने-अपने मंडल में भ्रमण करेंगे। जानकारी जुटाएंगे कि कौन कार्य पर मौजूद रहा और कौन अनुपस्थित। कार्य पर मौजूद मिलने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को माल्यार्पण करेंगे। उनके फोटो क्लिक करेंगे, जो वाट्सएप पर भेजे जाएंगे। बताया जाएगा कि ये अधिकारी-कर्मचारी इतने कर्तव्यनिष्ठ हैं कि कार्य बहिष्कार पर भी काम कर रहे हैं।
बागपत में भी कार्य बहिष्कार
वहीं बागपत में भी विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर ऊर्जा निगम कर्मियों और अधिकारियों ने सोमवार की प्रातः 10 बजे से 48 घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने एसडीओ तथा अधिशासी अभियंता के दफ्तरों पर ताला बंदी कर अधीक्षण अभियन्ता के दफतर पर प्रदर्शन कर धरना दिया। एसडीओ राणा प्रताप तथा संजीव कुमार ने कहा कि प्राईवेट कंपनी में लगाए गए पैसों की भरपाई सरकार करे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की जिदंगीभर की कमाई पीएफ ही है, जिस पर डाका डलवा दिया गया है।
मवाना में हड़ताल से उपभोक्ता हुए परेशान
वहीं मवाना में बिजली विभाग में भविष्य निधि घोटाले के विरोध में ऊर्जा विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मवाना सहित अन्य ऊर्जा निगम कार्यालय पर बिल जमा करने को पहुंच रहे उपभोक्ता परेशान होकर वापस लौट रहे हैं। बिजली विभाग में हुए भविष्य निधि घोटाले के विरोध में कर्मचारियों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। सप्ताह पूर्व कार्य बहिष्कार पर रह चुके कर्मी सोमवार को फिर 48 घंटे के कार्य बहिष्कार पर चले गए। 18 या 19 नवंबर को कर्मचारी बहिष्कार पर रहने के कारण उपभोक्ता बिल भी जमा नहीं कर सकेंगे।